प्रधानमंत्री का लक्ष्य, आजादी के शताब्दी वर्ष तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है: डॉ सुधांशु त्रिवेदी

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पंतनगर। आजादी के 75वें साल में देश अमृत महोत्सव मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है कि. आजादी के शताब्दी वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। यह बात राज्यसभा सांसद, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पंतनगर विवि के पूर्व छात्र डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कही।
जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के विवेकानंद स्वाध्याय मंडल की ओर से विवेकानंद जयंती पर विश्व गुरु बनने के लिए रोडमैप की कल्पना, पहचान और नवाचार भारतीय युवाओं की क्षमता का दोहन’ विषय पर 12 दिवसीय राष्ट्रीय युवा सम्मेलन युवा- 2023 शुरू हुआ। बतौर मुख्य अतिथि डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि अब समय आ गया है जब भारत महाशक्ति बनने के साथ एक बार फिर विश्व गुरु बने।


उन्होंने कहा कि भारत विश्व गुरु इसलिए था क्योंकि भारत का चरित्र अलग है। आज की युवा पीढ़ी को सोच समझकर आगे बढ़ने की जरूरत है। स्वामी विवेकानंद ने जो भविष्यवाणी की थी अब वह फलीभूत होती दिख रही है कि भारत धीरे-धीरे विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है।
शिखर ग्रुप के एमडी मनोज जोशी ने कहा कि 125 वर्षों से हम देख रहे हैं कि किस प्रकार भारत स्वामी विवेकानंद के विचारों के अनुरूप चलने का प्रयत्न कर रहा है। आने वाले तीन दशक भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। अद्विता आश्रम के अध्यक्ष स्वामी शुद्धिदानंद महाराज ने भी कई जानकारी दी।
संगठन सचिव प्रफुल्ल आकांत ने कहा कि यह सम्मेलन मात्र एक कार्यक्रम नहीं बल्कि स्वामी जी के विचारों को मिशन के रूप में एक्शन में परिवर्तित करने का मंत्र है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विवि कुलपति डॉ. एमएस चौहान ने कहा कि वर्ष 2047 में जब हम आजादी की शताब्दी मनाएंगे। इस दौरान छात्रों की ओर से स्वामी विवेकानंद पर लिखित दो पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम में विवेकानंद स्वाध्याय मंडल के संयोजक और अधिष्ठाता कृषि डॉ. शिवेंद्र कश्यप, आईसीएआर के वैज्ञानिक डॉ. गिरिजेश सिंह मेहरा, कुलपति डॉ. रोशन लाल रैना ने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की किए। शीतल जोशी, ग्राम समृद्धि ट्रस्ट के सह संस्थापक विशाल सिंह, शिखर ग्रुप के संस्थापक मनोज जोशी, क्रिप्टोस डेवलपमेंट सेंटर के निदेशक जैनेंद्र दीक्षित, वेस्टर्न विश्वा सिडनी विवि की व्याख्याता समेत कई लोगों ने विचार रखें।

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