हरिद्वार। पटवारी भर्ती की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में फंसे लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी की पत्नी को लेकर कई बातें सामने आ रही हैं। सूत्रों के अनुसार रितु का आयोग के कार्यालय में आना जाना था। वह बहुत तेज तर्रार है और पेपर लीक के लिए पति को उसने ही उकसाया होगा। माना जा रहा है कि पत्नी की पैंसों की भूख को पूरा करने के लिए उसने यह अपराध किया होगा।
आयोग में तैनात कर्मी भले ही खुलकर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं, लेकिन सेवानिवृत्त अधिकारियों का कहना है कि संजीव की पत्नी रितु तेज तर्रार है। पत्नी का आयोग कार्यालय में आना-जाना था। पेपर लीक मामले में भी पत्नी के मोबाइल से ही पेपर की फोटो खींची गई। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग से सेवानिवृत्त एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर संजीव चतुर्वेदी के साथ काम करने का अपना अनुभव साझा किया।
अधिकारी ने बताया कि संजीव चतुर्वेदी की जब आयोग में सहायक समीक्षा अधिकारी के पद पर भर्ती हुआ था तो वह वह किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करता था। किसी तरह की गलती होने पर अगर अधिकारी उससे सवाल-जवाब करते थे तो नजरें झुकाकर चुप हो जाता था। जवाब देते हुए हकलाने लगता था। प्रमोशन होने के बाद उसके व्यवहार में बदलाव आया और पत्नी का कार्यालय में दखल भी होने लगा।
एक अन्य सेवानिवृत्त अधिकारी बताते हैं, संजीव की पत्नी रितु पढ़ी लिखी है। पेपर लीक कर सौदा करवाने की रणनीति पत्नी के दिमाग की उपज हो सकती है। उन्होंने बताया कि उसकी पत्नी ने रुपयों के लालच में संजीव को उकसाया होगा। वैसे भी संजीव का निजी घर बन रहा है। आयोग के कर्मचारी भी दबी जुबान से यही बोल रहे हैं, संजीव की पत्नी का आयोग कार्यालय में आना-जाना शुरू हो गया।
संजीव चतुर्वेदी का एक बेटा है। बेटा हरिद्वार में ही पढ़ाई करता है। संजीव और रितु चतुर्वेदी के जेल जाने के बाद बेटा रिश्तेदारों के पास रह रहा है।