देहरादून। बैंक एटीएम में कैश जमा करने वाली कंपनी के दो कर्मचारियों पर पांच लाख रुपये के गबन का आरोप लगा है। कंपनी के ब्रांच मैनेजर ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। दोनों आरोपितों को एटीएम में जमा करने के लिए पांच करोड़ 35 लाख रुपये की रकम सौंपी गई थी।
डालनवाला कोतवाली पुलिस में सुधाकर दौडियाल ने शिकायत दर्ज कराई। बताया कि वह सीएमएस इंफो सिस्टम लिमिटेड में ब्रांच मैनेजर हैं। कंपनी विभिन्न बैंक के एटीएम में कैश जमा करती है। एचडीएफसी बैंक के एटीएम भी उनके पास हैं। वह चेक इंडेंट के अनुसार बैंक से रकम लेकर एटीएम में जमा कराते हैं। बैंक के रूट डेन-5 की जिम्मेदारी सहदेव और हीरा लाल निवासी चमोली के पास है। तीन मार्च को दोनों कस्टोडियन ने एचडीएफसी राजपुर रोड से पांच करोड़ 35 लाख का चेक भरकर बैंक पर्सन दीपक सक्सेना, मनीष कुमार चमोली व अर्चना श्रीवास्तव से कैश प्राप्त किया। इसके बाद सहारनपुर रोड स्थित एटीएम के लिए निकल गए। एटीएम पर पहुंचकर पांच लाख रुपये कम होने की सूचना बैंक पर्सन मनीष थापा और आनंद सकलानी को फोन पर दी। बैंक पर्सन मनीष थापा ने हीरा लाल व सहदेव को सलाह दी कि पहले अपने सारे एटीएम चेक कर लें। दो दिन तक छानबीन के बाद भी रकम का मिलान नहीं हो सका। बीते नौ मार्च को बैंक पर्सन मनीष थापा और एमपीएस पर्सन गौरव के सामने बंजारावाला स्थित एटीएम में शॉर्ट घोषित कर दिया गया। ब्रांच मैनेजर का आरोप है कि हीरा लाल और सहदेव ने पांच लाख रुपये गबन कर दिए हैं। शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।