विजिलेंस अफसर बनकर सिंचाई विभाग के बाबू से एक लाख की रंगदारी वसूलने वाले तीन कथित पत्रकार गिरफ्तार, एक महिला फरार

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हल्द्वानी। हल्द्वानी में सिंचाई विभाग के बाबू से रंगदारी मांगने के मामले में हल्द्वानी पुलिस ने दो पत्रकार व एक चालक को गिरफ्तार किया है जबकि एक महिला फरार चल रही है। जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। इन लोगों ने एक लाख की रंगदारी मांगी थी। शिकायत पर मुकदमा दर्ज करने का पुलिस ने इन फर्जी पत्रकारों की तलाश शुरू की ।

आज एसपी सिटी जगदीश चंद्र मामले का खुलासा करते हुए बताया कि विगत दिवस सिंचाई विभाग के प्रधान कार्यालय में तैनात बाबू ने पुलिस को शिकायत करते हुए बताया कि गुरुवार को एक महिला सहित चार लोग उनके कार्यालय पहुंचे। सभी ने स्वयं को पुलिस की विजिलेंस शाखा का अधिकारी बताया और विजिलेंस का आईकार्ड दिखाया। इसमें से एक आरोपी के साथ बाइक से एटीएम पहुंचे और 70 हजार रुपये निकाले । एक दोस्त से बाकी, की रकम 20 हजार रुपये उधार मांगे और 10 हजार रुपये मिलाकर आरोपियों को एक लाख रुपये की रकम दी। इसके बाद सभी फरार हो गए। अधिकारी ने इसकी शिकायत पुलिस चौकी पुलिस ने मामला दर्ज करने बाद रंगदारी मांगने वालों की तलाश शुरू की जिसमें से उन्हें दबोच लिया गया पूछताछ में उन्होंने अपना नाम भूपेंद्र सिंह पुत्र रणधीर सिंह बाजपुर, सुंदर सिंह पुत्र हयात सिंह निवासी गुलरभोज, सौरभ गाबा पुत्र किशन लाल शांति बिहार रुद्रपुर बताया। जबकि फरार महिला का नाम साक्षी सक्सेना निवासी नोएडा शामिल है। तीनों आरोपियों के पास से 90 हजार बरामद हुए है। पुलिस ने बताया कि इससे पहले सौरभ गाबा वर्ष 2019 में चिकित्सक के स्टिंग में एक लाख की रंगदारी मांगने में जेल जा चुका है। वही इससे पहले इन तीनों को टनकपुर में रंगदारी के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस के मुताबिक 19 मई को वादी उमेश चन्द्र कोठारी पुत्र षष्टी बल्लभ कोठारी निवासी 111/1 कैनाल कालोनी कालाढूंगी रोड़ क्लर्क सिचांई विभाग ने कोतवाली हल्द्वानी में आकर तहरीर दी गई कि 03 पुरूष व 1 महिला अज्ञात द्वारा 18 मई को सिंचाई विभाग के कार्यालय कालाढूंगी रोड हल्द्वानी में आकर स्वयं को विजिलेंस टीम बताकर आधी अधूरी वीडियो दिखाकर वायरल करने व जान से मारने की धमकी देकर एक लाख रुपये की रंगदारी वसूल किये जाने के सम्बन्ध में अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध मुकदमा एफआईआर न० 259/23 धारा- 386/419/420 भादवि. के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कराया गया ।

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