देहरादून। केदारनाथ धाम के गर्भ गृह में लगी सोने की परत को लेकर सियासत और तेज हो गई है। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस मामले में अब ऊंगली उठाई है। केदारनाथ के गर्भ गृह में सोने की जगह पीतल की परत लगाने को कई सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने इसे आपराधिक मामला बताया है। कहा कि यह आस्था से खिलवाड़ बताया।
इन आरोपों पर पलटवार करते हुए बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कांग्रेस, सपा के इस रवैये को हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाला बताया। केदारनाथ गर्भ गृह में लगाई गई सोने की परतों को लेकर कई दिनों से आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला चल रहा आरोप लगाए जा रहे हैं कि यहां सोने की जगह पीतल की परतें लगाई गई हैं।
इस मामले में बीकेटीसी पर चारों ओर से ताबड़तोड़ हमले हो रहे हैं। रविवार को सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मोर्चा खोल दिया। उन्होंने ट्विट करते हुए कहा कि केदारनाथ मंदिर में सोने की जगह पीतल की परतों को लगाने का आरोप लग रहा ये आपराधिक के साथ साथ आस्था से खिलवाड़ का भी बेहद संवेदनशील मामला है।
इस साजिश की उच्च स्तरीय जांच कर झूठ की परतें उतारी जाए। इन आरोपों का जवाब देते हुए बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि महाराष्ट्र के एक दानी ने सोने की परत चढ़ाने की इच्छा जताई थी। बोर्ड इसे मंजूरी दी। दानदाता ने अपने ही सुनार के जरिए मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत चढ़ाने का काम किया। इस काम में बीकेटीसी की कोई भूमिका नहीं थी ।
नही दानदाता ने इस काम के लिए बीकेटीसी से कोई छूट प्राप्त की। कहा कि सपा और कांग्रेस का काम हमेशा से हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाला रहा है। इन दलों ने कभी भी देश में अवैध मदरसों और मस्जिदों को मिलने वाली मदद पर सवाल नहीं उठाए । उनकी नजर हमेशा हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने पर ही रहती है।






