हल्द्वानी। विश्व ड्रग्स दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग तथा एमबीपीजी हल्द्वानी की एंटी ड्रग क्लब के संयुक्त तत्वावधान में एक कार्यक्रम का एबीपीजी कॉलेज के सभागार में आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारंभ एमबीपीजी की छात्राओं के द्वारा वर दे वीणावादिनी वर दे प्रार्थना के साथ ही रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा एएस उनियाल ने कहा कि नशीली दवाओं की लत और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस ग्लोबल सहयोग को बढ़ाना देने और नशा मुक्त दुनिया बनाने के लिए राष्ट्रों, समूहों के बीच कम्युनिकेशन को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को 2025 तक नशा मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए बहुत अधिक कार्य किया जाना अभी शेष है। इस हेतु युवाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से फिल्म फेयर अवार्ड का भी आयोजन किया जा चुका है जिसके माध्यम से बच्चों ने अपने-अपने संदेश लोगों तक पहुंचाए है।
एंटी ड्रग क्लब के नोडल अधिकारी एच एस भाकुनी ने बताया कि नशा इंसान के शरीर के साथ ही उसके जीवन को भी नष्ट करने का काम करता है. यह एक ऐसा पदार्थ है जो धीरे-धीरे शरीर को खोखला करता है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में नशीली दवाओं का सेवन लोग करते हैं और इसकी संख्या हर दिन बढ़ रही है. लोगों में नशामुक्ति के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए 26 जून के दिन पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया जाता है।
भाषण प्रतियोगिता में प्रतिभागी दीपक पलाडिया ने कहा कि वर्तमान खाक है और भविष्य भी धुआं। बिगड़ी सी सोच और घना अंधेरा। न कोई उम्मीद और न कोई आशा। हर तरफ बस निराशा ही निराशा और यही तो है, नशे की परिभाषा।
भाषण प्रतियोगिता में प्रथम नमिता, द्वितीय सोनी, तृतीय प्रतिक्षा राज चौहान साथ ही एनसीसी कैडिटेªट को पुरूस्कार एवं प्रशस्ति पत्र भी वितरण किया। इसके साथ ही नुकड नाटक, एवं हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।
- इस अवसर पर विधायक सुमित हृदयेश, प्राचार्य एचएस बनकोटी, जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिडियाल, स्वस्थ्य विभाग जिला समन्वयक डॉ. सुनिता भट्ट, डॉ. हरीश पाठक, गौरी दत्त काण्डपाल के साथ ही कॉलेज के छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।