विधायक संजीव ने गांवों और निकायों में प्रवासियों के क्वारंटीन की व्यवस्था में लगे जनप्रतिनिधियों को सुविधा की मांग उठाई, प्राथमिकता से वैक्सीन लगाने पर जोर

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  • हल्द्वानी। नैनीताल के विधायक संजीव आर्य ने कहा है कि कोविड 19 के बचाव के लिए गांव के जनप्रतिनिधि एक साल से काम कर रहे हैं। वह अपनै जीवन को खतरे में डाल कर बाहर से रहे प्रवासियों को क्वारंटाइन करने से लेकर उनके भोजन से लेकर स्वास्थ्य की भी व्यवस्था में लगे हैं, सरकार को चाहिए कि इन्हें फ्रंट लाइन वारियसॅ घोषित कर प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगाने समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराए।
    नैनीताल से भाजपा विधायक संजीव आयॅ ने इस संबंध में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को विस्तार से पत्र लिखा है। कहा है कि कोविड-19 के महामारी में ग्रामीण और शहरी स्तर पर रोकथाम के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य तथा शहरी निकाय क्षेत्र में निकाय प्रतिनिधि विषम परिस्थितियों में कोविड-19 की रोकथाम के लिए काम कर रहे हैं। ऐसे में फ्रंटलाइन वारियसॅ के रूप में जहां चिकित्सक नहीं है वहां भी रोकथाम संबंधी सभी महत्वपूर्ण कार्य इन पर जनप्रतिनिधियों द्वारा किया जा रहा है। ऐसे में यह निरंतर लोगों के संपर्क में आ रहे हैं। इन जनप्रतिनिधियों के संक्रमित होने का भय बना हुआ है। विधायक संजीव आर्य ने पत्र में कहा है सरकार द्वारा प्रवासियों को क्वारंटाइन किए जाने और सैनिटाइजेशन कार्य के लिए जिम्मेदारी भी इन्हीं प्रतिनिधियों को दी गई है लिहाजा इनको कोविड-19 के लिए समुचित धनराशि उपलब्ध कराना आवश्यक है। साथ ही इन्हें वैक्सीन लगाने में भी प्राथमिकता प्रदान की जानी चाहिए जिससे यह निर्भीक होकर अपने दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन कर सकेंगे।
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