महामारी में कोविड मरीजों का आथिॅक उत्पीड़न हुआ तो होगी कार्रवाई नहीं: तीरथ सिंह रावत

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हल्द्वानी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि इस महामारी में मरीजों की देखभाल व सेवा में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। कहा कि इस विषम परिस्थितियों में भी कुछ प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी की शिकायतों को भी गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री अपने तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार आज हल्द्वानी में सुशीला तिवारी अस्पताल में डीआरडीओ द्वारा बनाए जा रहे 500 बेड़ के अस्पताल का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने डीआरडीओ के अधिकारियों से बात करते हुए अस्पताल निर्माण में और तेजी लाने को कहा। श्री रावत मिनी स्टेडियम में भी पहुंचे जहां पर उन्होंने कोविड मरीजों के लिए बनाए गए मिनी अस्पताल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हल्द्वानी भ्रमण कार्यक्रम के दौरान कोविड की रोकथाम और इसके मरीजों के उपचार के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सबसे पहले एमबी पीजी कालेज में पहुंचकर उन्होंने कोविड टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। मिनी स्टेडियम पहुंचकर वहां बनाए गए कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया और फिर डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय और उसके परिसर में डीआरडीओ द्वारा बनाए जा रहे 500 बेड के कोविड अस्पताल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कोरोना मरीजों के उपचार में जुटे स्वास्थ कर्मियों को प्रोत्साहन राशि दिए जाने पर सहमति जताई। अस्पतालों का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्य कर्मी पूरी तनमयता के साथ कोविड के मरीजों के उपचार में जुटे हैं, जिन पर हम सभी को गर्व है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोरोना की रोकथाम और मरीजों के उपचार में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि अस्पतालों में किसी भी स्रोत से नए चिकित्सकों की तैनाती करें। इसके लिए सरकार पूरा धन उपलब्ध करवाएगी। सरकार ने इस सम्बंध में सम्बंधित अधिकारियों को पूरे अधिकार दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों के उपचार में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। कितनी राशि दी जाएगी इस पर जल्द ही निर्णय ले लिया जाएगा। अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे इन कर्मियों के हौसले में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना टीके के 3 लाख से अधिक खुराक उत्तराखण्ड को उपलब्ध हो चुकी हैं। आगे भी खुराक समय पर मंगवाने की जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंपी गई है। 18 वर्ष से 44 वर्ष तक के व्यक्तियों के टीकाकरण अभियान में अब कोई अवरोध नहीं आने दिया जाएगा। अधिक से अधिक लोगों के टीकाकरण से ही कोरोना के संक्रमण पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकता है। डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के परिसर में डीआरडीओ द्वारा बनाए जा रहे 500 बेड के कोविड अस्पताल का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कहा कि निर्माण और तेजी गति से किया जाए। ताकि इसका लाभ जल्दी से जल्दी मरीजों को मिल सके। इस आईसीयू सुविधा से युक्त इस अस्पताल के निर्माण के लिए उन्होंने केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आभार जताया। भ्रमण के दौरान कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, सुबोध उनियाल, सांसद अजय भट्ट आदि मौजूद थे।

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