देहरादून। मेला प्रशासन द्वारा तैयार कराए गए 500 बेड के दूधाधारी बाबा बर्फानी कोविड अस्पताल में महज डेढ़ माह में 65 लोग जिंदगी की जंग हार चुके हैं। ये आंकड़ा भी शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की जारी स्टेट रिपोर्ट में पुष्ट हुआ है। जब मौत का आंकड़ा बढ़ा तब जाकर इस अस्पताल में व्यवस्थाएं सुधारी गई। अन्यथा अस्पताल की अव्यवस्थाएं सोशल मीडिया की सुर्खियों में रहती थी। कुंभ मेले से पहले दूधाधारी बाबा बर्फानी अस्पताल को हाईटेक कर 500 बेड का करने का दावा स्वास्थ्य विभाग ने किया था।
उम्मीद की गई थी कि यह अस्पताल कोरोना जैसी महामारी में लोगों के लिए जीवन दाता साबित होगा। बढ़ते कोरोना संक्रमण में मई के पहले सप्ताह तक बाबा बर्फानी कोविड अस्पताल में रोगी भर्ती होने से भी भय खा रहे थे। लिहाजा अधिकांश बैड खाली ही पड़े दिखते थे। मौत का आंकड़ा बढ़ने पर शासन प्रशासन ने पांच दिन पहले ही यहां स्टाफ और सफाई कर्मचारियों की तैनाती की। 75 चिकित्सकों की तैनाती के साथ 80 सफाई कर्मियों को सफाई का जिम्मा सौंपा गया।
जिसके बाद बाबा बर्फानी कोविड अस्पताल की व्यवस्था में सुधार आया। सीएमओ डॉ. एसके झा का कहना है कि बर्फानी में 150 बेड ऑक्सीजन सहित तमाम सुविधाओं से लेस किया गया है। जल्द ही यहां के अन्य बेड पर भी सभी सुविधाएं मुहैया होंगी। स्वास्थ्य स्टाफ के साथ सफाई कर्मियों की भी तैनाती के बाद व्यवस्थाओं में सुधार आया है।
किसी ने नहीं किया निरीक्षण
किसी भी जन प्रतिनिधि ने अब तक बाबा बर्फानी कोविड अस्पताल का अंदर जाकर निरीक्षण नहीं किया है। मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने भी बेस अस्पताल का पीपीई किट पहनकर निरीक्षण किया था।