बाजार खोलने की मांग को लेकर व्यापारियों का प्रदर्शन, सात जून को फैसला न हुआ तो आंदोलन तेज करने की धमकी

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हल्द्वानी। उत्तराखंड में कोरोना कफ्यूॅ के बाद बाजार खोलने की मांग को लेकर व्यापारियों का आंदोलन जारी है। आज व्यापारियों ने कई स्थानों पर काला बैनर लेकर प्रदर्शन किया प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा ने बताया के कि प्रदेश भर में लॉकडाउन न खोले जाने की विरोध में प्रदर्शन जारी है। कहा कि यदि सात जून की गाइड लाइन में भी बाजार खोलने के आदेश नहीं दिए गए तो आरपार की लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल से उत्तराखंड का व्यापारी नुकसान में है। सरकार व्यापारियों की समस्याओं को अनदेखा कर रही है। कहा कि जब कोरोना की दूसरी लहर में कोविड के मामले बढ़ रहे थे, तो संगठन ने सरकार से बाजार बंद करने का अनुरोध किया। अब संक्रमण कम है। ऐसे में बाजार खोलने पर विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज कई नगरों में वृक्षारोपण के साथ प्रदेश सरकार को व्यवसायियों ने अपनी-अपनी दुकानों की चाबी दिखाकर नारे लगाए कहा कि हमारी दुकानों की चाबी ले लो हमें वेतन दे दो।” “दुकान हमारी सामान हमारा
खोलने का अधिकार सरकार को”
प्रदेश भर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए गए जिनमें व्यापारियों ने पटरी पर सब्जी बेच कर अपना विरोध व्यक्त किया। प्रदेश महामंत्री प्रकाश मिश्रा ने बताया कि व्यापारियों में सरकार के प्रति व्यापक रूप से उनका मानना है कि संक्रमण जिस स्तर पर आ चुका है उसमें अब बाजार खुले जाना संभव है। उन्होंने कहा कि क्या केवल व्यापारी ही संक्रमण फैलाने के लिए जिम्मेदार है ,सरकार को ऐसी व्यवस्था बनानी चाहिए जिससे संक्रमण न फैले। प्रमोद गोयल ने कहा कि प्रदेश के लगभग 7/8 जिले संक्रमण मानकों से नीचे आ चुके हैं ऐसे में इन जिलों को पूरी तरह खुलवाया जाना चाहिए तथा अन्य जिलों में वहां के जिलाधिकारियों के माध्यम से व्यवस्थाएं बनाई जानी चाहिए। संगठन के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश अरोड़ा, सुभाष कोहली ,अश्वनी चावला ने भी सरकार के व्यापारी विरोधी नीतियों पर रोष व्यक्त किया है ।

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