नई दिल्ली। क्रेडिट कार्ड बिलिंग, मोबाइल पोर्ट और एनपीएस समेत पांच प्रमुख नियम एक जुलाई यानी आज सोमवार से बदल रहे हैं। दूरसंचार कंपनियां इसी महीने से मोबाइल पर बात करना और इंटरनेट चलाना भी महंगा कर देंगी। इन बदलावों से सीधा आम आदमी की जेब पर असर पड़ने वाला है।
एक जुलाई से सिम बदलने के बाद मोबाइल नंबर पोर्ट कराने के लिए अब सात दिन इंतजार करना होगा। दूरसंचार नियामक ट्राई ने मोबाइल फोन नंबर के जरिये होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए यह कदम उठाया है। पहले मोबाइल नंबर पोर्ट कराने के लिए 10 दिनों तक इंतजार करना पड़ता था। अगर सिम बदलने की तारीख से सात दिन की समाप्ति से पहले विशिष्ट पोर्टिंग कोड (यूपीसी) के लिए अनुरोध किया गया है, तो इसे आवंटित नहीं किया जाएगा।
एक जुलाई से क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान से जुड़े नियम बदल गए हैं। इससे कुछ भुगतान एप के जरिये यूटिलिटी यानी बिजली और पानी जैसे बिल के भुगतान में दिक्कत आ सकती है। दरअसल, आरबीआई ने एक जुलाई से क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट सिस्टम के जरिये भुगतान करने को कहा है। इसका मतलब है कि एक जुलाई से सभी बैंकों को भारत बिल पेमेंट सिस्टम के जरिये ही बिल प्रोसेस करना होगा।
अगर पंजाब नेशनल बैंक में आपका खाता है और आपने उसे लंबे समय से इस्तेमाल नहीं किया है तो वह एक जुलाई से काम नहीं करेगा। बैंक ने नोटिफिकेशन में कहा है कि 30 अप्रैल, 2024 तक जिन खातों को इस्तेमाल किए हुए तीन साल से अधिक का समय हो गया है, ऐसे खाते को बैंक अब एक महीने के भीतर बंद कर देगा। बैंक ने ग्राहकों को असुविधा से बचाने के लिए 30 जून, 2024 तक की डेडलाइन तय की थी।
नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) में अब सौदे वाले दिन ही निपटान हो जाया करेगा। यानी जिस दिन निवेश किया जाएगा, उसी दिन का मूल्य उनको मिलेगा। यह एक जुलाई से लागू होगा। 11 बजे तक ट्रस्टी बैंक में निवेश आने पर नेट एसेट वैल्यू यानी एनएवी उसी दिन का माना जाएगा।अभी तक यह अगले दिन होता था।
जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने जुलाई से मोबाइल पर बात करना और इंटरनेट का इस्तेमाल करना महंगा कर दिया है। जियो और एयरटेल की मोबाइल दरें तीन जुलाई से महंगी हो जाएंगी। वोडाफोन आइडिया भी 4 जुलाई से टैरिफ महंगा कर देगा।