कांडा, (बागेश्वर)। बागेश्वर जिले के कांडा को पृथक विकासखंड बनाने की मांग को लेकर क्षेत्र के लोग आंदोलित हैं। कांडा स्थापना संघर्ष समिति ने अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर तहसील परिसर में सामूहिक उपवास रखा। श
95 वर्षीय निरंकारी संत सोहन सिंह रावत की अध्यक्षता में 21 लोग उपवास पर बैठे। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि 1956 में कांडा के नाम स्वीकृत ब्लॉक बागेश्वर में संचालित हो रहा है। उनका क्षेत्र विकास से कोसों दूर है। इस आशय का एक ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भेजा।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत संघर्ष समिति से जुड़े लोग कांडा तहसील में पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि जिला मुख्यालय से 60-70 किमी की दूरी में स्थित है। विकासखंड इतनी दूर होने से विकास की पहुंच से ये सभी ग्रामपंचायत अभी बहुत दूर हैं। संत सोहन सिंह रावत ने कहा कि कांडा ब्लॉक के लिए जो भी बलिदान देना होगा वह देंगे। क्षेत्र के लोग विषम भौगोलिक परिस्थितियों में जीने को मजबूर हैं। इसके लिए बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इसके बाद बंशीधर कांडपाल, सविता नगरकोटी, रूप सिंह मांजिला, गणेश दत्त कांडपाल, जितेंद्र वर्मा, गंगा सिंह पांगती, अर्जुन माजिला, गिरीश चंद्र जोशी, सुरेश सिंह रावत,आलम सिंह मेहरा, नीमा नगरकोटी, विनय कर्म्याल, नाथूराम, घनश्याम पांडेय, पुष्पेश पंत,भवान सिंह धपोला,खड़क सिंह धामी,धाम सिंह नगरकोटी उपवास पर बैठे। सभा के बाद तहसीलदार रीतू गोवस्वामी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा।
कार्यक्रम का संचालन सचिव सुरेश रावत ने किया। इस मौके पर दरपान सिंह धपोला, श्याम सिंह, दीपक वर्मा, शंकर धपोला, जगदीश राम, ईश्वरी लाल वर्मा, विनोद सिंह, राजेंद्र नगरकोटी, महेश राठौर, भास्कर जोशी वीरेंद्र नगरकोटी आदि मौजूद थे।