अल्मोड़ा। उत्तराखंड सरकार में राज्यमंत्री रेखा आर्या और देहरादून में आईएएस अफसर के बीच विवाद के कुछ माह बाद राज्य मंत्री रेखा आर्या ने अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरजी नौटियाल को हटाने की मांग कर दी है। इस मामले में सचिव स्वास्थ्य को पत्र भी भेजा है। इस पत्र के सामने आने के बाद मंत्री फिर चर्चा में आ गई है। हालांकि रेखा आर्या उस वक़्त भी बेहद चर्चा में रही। जब अल्मोड़ा के डीएम रहे सविन बंसल और रेखा आर्या का विवाद मीडिया में सामने आया। तत्कालीन डीएम के तबादले के बाद भी कई तरह की चर्चा रही। उस वक़्त अल्मोड़ा के लोगों ने कुशल प्रशासक रहे सविन बंसल का काफी समर्थन किया। उनके द्वारा शुरू की गई नगर में वन वे व्यवस्था को लोगों ने खूब सराहा। अब मंत्री ने कुशल प्रशासक और बेहतरीन डाक्टर और बेदाग छवि वाले अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरजी नौटियाल को हटाने के लिए सचिव स्वास्थ्य को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कई तरह के आरोप मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य पर लगाए हैं।
दरअसल कुछ दिन पहले मंत्री रेखा आर्या ने विकास भवन में कोविड-19 की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में अल्मोड़ा मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डा. आरजी नौटियाल, डीएम नितिन सिंह भदौरिया सहित जिले के अफसर मौजूद रहे। कुछ विधायक भी बैठक में मौजूद रहे। इस दौरान मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य पाॅवर प्वाइंट्स के माध्यम से व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दे रहे थे। तभी विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान का प्राचार्य के पास फ़ोन आ गया। बताया जाता है की डा. नौटियाल ने प्रस्तुतिकरण रोक उनकी कॉल रिसीव कर ली। उपाध्यक्ष से ये कहा कि अभी वह मंत्री जी की बैठक में हैं, बाद में वह बात करेंगे। इसके बाद फ़ोन रख दिया। ये बात मंत्री को खटक गई। बैठक में मौजूद अफसरों ने बताया कि मंत्री ने डीएम से कहा कि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को प्रोटोकॉल बताओ। लेकिन प्राचार्य ने मंत्री से शालीनता पूर्वक बात की। इसके बाद मीडिया में भी यह बात सामने आई। अब मंत्री ने इस मामले में
बीते 25 जून को सचिव स्वास्थ्य को पत्र लिख मेडिकल कालेज के प्राचार्य को हटाने की मांग की है। पत्र में कई अन्य आरोप भी लगाए हैं। इस मामले में मंत्री रेखा आर्या से बात करने का प्रयास किया गया उनसे संपर्क नहीं हो पाया।