हरिद्वार। किसानों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों के ऋण धोखाधड़ी के मामले में फरार चल रहे इकबालपुर शुगर मिल के तत्कालीन केन मैनेजर और एकाउंट मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि पंजाब नेशनल बैंक के तत्कालीन मैनेजर और अन्य आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
झबरेड़ा थाना क्षेत्र में इकबालपुर शुगर मिल के तत्कालीन केन मैनेजर पवन ढींगरा और एकाउंट मैनेजर उमेश शर्मा, पंजाब नेशनल बैंक की इकबालपुर शाखा के तत्कालीन बैंक मैनेजर और अन्य आरोपियों ने कई किसानों के फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे। इसके बाद सभी ने किसानों के नाम पर करीब 36.50 करोड़ का बैंक से ऋण लिया था। बताया जा रहा है कि कई सालों तक खेल चलता रहा। इस बीच बैंक की ओर से किसानों के घरों पर ऋण संबंधित नोटिस भेजे गए। नोटिस आने पर किसानों के होश उड़ गए थे।
इसके बाद सीबीसीआईडी ने केस में संबंधित पांच लोगों को नोटिस भी जारी किए थे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला था। इस पर अब पुलिस और सीबीसीआईडी ने कार्रवाई करते हुए शनिवार को तत्कालीन केन मैनेजर और एकाउंट मैनेजर को गिरफ्तार किया है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि केन मैनेजर पवन ढींगरा और एकाउंंट मैनेजर उमेश शर्मा को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। जबकि बैंक मैनेजर समेत तीन आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, इकबालपुर शुगर मिल के तत्कालीन केन मैनेजर पवन ढींगरा की वर्तमान में लक्सर शुगर मिल में केन मैनेजर के पद पर तैनाती है। जबकि तत्कालीन एकाउंट मैनेजर उमेश शर्मा की वर्तमान में शाकुंभरी शुगर मिल बेहट में एकाउंट मैनेजर के पद पर तैनाती है।