हल्द्वानी। पहाड़ी आर्मी संगठन के संस्थापक अध्यक्ष के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाते हुए संगठन पदाधिकारियों ने आज कोतवाली पहुंच कर विरोध जताया। संगठन के जिलाध्यक्ष मोहन कांडपाल ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
आज पहाड़ी आर्मी संगठन के जिला अध्यक्ष मोहन कांडपाल के नेतृत्व में पहाड़ी आर्मी के संस्थापक अध्यक्ष पर लगे मुकदमे की निष्पक्ष जांच के लिए तहरीर देने के लिए दर्जनों कार्यकर्ता कोतवाली पहुंचे, मगर कोतवाली पुलिस ने तहरीर लेने से इनकार कर दिया। उसके बाद कार्यकताओं ने नारेबाजी कर आंदोलन करने की चेतावनी दी।
मोहन कांडपाल ने कहा आज संगठन को अखबारों के माध्यम से ज्ञात हुआ कि किसी ने संगठन संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत पर एससी एसटी की धाराओं पर मुकदमा दर्ज कराया है। हमारा संगठन सम्पूर्ण प्रदेश में मूल निवासियों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है। संगठन पहाड़ के अधिकारों के लिए सबको एकजुट कर संगठन विस्तार कर रहा है। संगठन जाति धर्म पर कोई भी भेद भाव नहीं करता है। जिस प्रकर प्राथमिकी के बाद बगैर पक्ष सुने त्वरित मुकदमा दर्ज होना संगठन और अध्यक्ष की सामाजिक राजनीतिक छवि खराब करने की नियत लग रही है। यह राजनीतिक षड्यंत्र नजर आ रहा है क्योंकि मुकदमे में जो पता दिया है वह अध्यक्ष के पते से भिन्न है। आधार कार्ड से लिया गया आखिर उक्त व्यक्ति को अध्यक्ष का आधार कार्ड किसने उपलब्ध कराया। मामले में गहरी साजिश नजर आ रही है। संगठन के संस्थापक अध्यक्ष वर्षों से प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों को उठा रहे जिस कारण शासन प्रशासन संगठन की गतिविधियां से डर हुआ है। कहा कि किसी नवीन नाम के व्यक्ति को मोहरा बना कर मनगढ़ंत कहानी रच कर अध्यक्ष को झूठे मुकदने में फंसाया है आंदोलन किया जाएगा।
। कहा कि कुछ लोग संगठन की गतिविधियां कमजोर कर रहे हैं। जो जनता की आवाज उठा रहे हैं, उन पर मुकदमे हो रहे हैं। बेरोजगार संगठन के अध्यक्ष बॉबी पवार के जैसे ही यह प्रकरण हुआ है।
प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कर षडयंत्रकारियों पर मुकदमा दर्ज किया जाय। संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत को सुरक्षा मुहैय्या कराई जाय और उनको जान माल का खतरा है। कोई अन्य भी इस प्रकार फंसा सकता है। निष्पक्ष जांच ना होने पर संगठन प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने के लिए विवश होगा। इस दौरान कैलाश डालाकोटी,विनोद नेगी,प्रदीप बिष्ट,विक्रम नौला,उदय भानू बिष्ट,हिमांशु शर्मा,अमित कोहली,पंकज बिष्ट,राजेंद्र सिंह रमेश पंत ललित पांडे राजेंद्र भंडारी आदि मौजूद थे।