देहरादून। भारतीय जनता पार्टी के दूसरी बार के विधायक पुष्कर सिंह धामी को विधायक दल का नेता चुने जाने के फैसले से पार्टी के कुछ वरिष्ठ विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि इनमें कुछ पिछली तीरथ व त्रिवेंद्र सरकार में मंत्री रहे वे विधायक हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने साफ किया कि कहीं भी किसी तरह की नाराजगी नहीं है। सभी विधायक एकजुट हैं और सभी देहरादून में ही मौजूद हैं। वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत व डा धन सिंह रावत ने भी 35 विधायकों के विरोध को मात्र अफवाह बताया है।
इस बीच तीरथ सरकार में पेयजल मंत्री रहे बिशन सिंह चुफाल ने कहा कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के सामने अपनी बात रख दी है। उन्होंने कहा कि अपनी बात रखना उनका अधिकार है। वहीं, दूसरी ओर नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने चुफाल को मनाने के लिए उनके देहरादून के यमुना कॉलोनी में स्थित आवास में मुलाकात की। नए मुख्यमंत्री के लिए त्रिवेंद्र और तीरथ सरकारों में कैबिनेट मंत्री रहे सतपाल महाराज व डा हरक सिंह रावत के नाम भी चर्चा में थे। विधायक दल की बैठक खत्म होने के तुरंत बाद ये प्रदेश भाजपा कार्यालय से चले गए। इसे नेता चयन के मामले में नाराजगी से जोड़कर देखा गया। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डा हरक सिंह रावत व सतपाल महाराज को फोन भी किए। हरक सिंह रावत ने उन्हें शाह का फोन आने की पुष्टि की, जबकि सतपाल महाराज से इसकी पुष्टि के लिए संपर्क नहीं हो पाया।