पिथौरागढ़। सीमा सङक संगठन बी.आर.ओ.द्वारा नेपाल को सीमेंट बेचने के मामले में एक पर तो अभी बड़ी कार्यवाही नहीं हुई है। अब जांच के लिए छः सीमेंट व डीजल बेचने के वीड़ियो सामने आ गए है। इससे बी.आर.ओ.की मुश्किले बढ़ती जा रही है। सारे वीड़ियो जिलाधिकारी को भेज दिया गया है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि उनके पास डीजल व सीमेंट बेचने के नये छः वीडियो आ चुके है। जिलाधिकारी आनंद स्वरुप को छह वीडियो भेजते हुए फिर सी.बी.आई. जांच की मांग दोहराई गयी है। मर्तोलिया ने कहा कि क्या नेपाल के छांगरू में नेपाल पुलिस की चौकी बी.आर.ओ.के सीमेंट से बनी है, इसकी भी जांच की जाय।
नेपाल को भारत का सीमेंट भेजने के मामले में जेई के निलंबित होने के बाद जांच की मांग कर रहे जिपं सदस्य मर्तोलिया को मुंह मांगी मुराद मिल गयी है। मर्तोलिया ने आज जिलाधिकारी को ईमेल से पत्र लिखकर बताया कि बूंदी से नेपाल सीमेंट बेचने के वीडियो के वायरल होने के बाद उनके पास नाम न उजागर करने की शर्त पर छः वीडियो भेजे गए है।
इन सभी वीडियो को डीएम को भेजते हुए मर्तोलिया ने बताया कि जिला स्तर पर एक अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया जाय, ताकि बी.आर.ओ.के घोटालो की जानकारी देने वालो को सहुलियत हो सके। इस प्रकरण में आज जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया ने बड़ा आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है। कहा कि धारचूला के व्यास घाटी में गरब्यांग के निकट सीतापुल पार नेपाल में प्रहरियो की चौकी व बेरिक बन रही है। इसके निर्माण में भी भारत से बी.आर.ओ. ने सीमेंट को इंटरनैशनल तस्करी कर नेपाल पहुंचाया।
मर्तोलिया ने डीएम के सामने यह मांग रखी कि उक्त नेपाल में हो रहे सीमेंट का सैंपल लेकर भारत के रक्षा मंत्रालय के रक्षा एवं अनुसंधान ( डी.आर.डी.ओ.) की लैब में इसकी जांच की जाय। दूध का दूध तथा पानी का पानी हो जाएगा।
मर्तोलिया ने बताया कि कूलागाड़ सहित दर्जनो पुल तथा दीवारे घटिया किस्म की गुणवत्ता के कारण टूट चुकी है। बी.आर.ओ. सीमेंट तथा डीजल बेचकर अपने देश के साथ गद्दारी कर रही है।
कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ मामला है। इसे संवेदनशील होकर देखा जाना चाहिए। अगर जिला प्रशासन ने जांच को तेज नहीं किया तो क्षेत्रीय जनता व जनप्रतिनिधियो को साथ में लेकर आंदोलन किया जायेगा।