ऋषिकेश। तपोवन में कैफे संचालक नितिन देव की हत्या सुपारी देकर कराई गई थी। पुलिस का दावा है कि ऋषिकेश निवासी विपिन नैय्यर ने पुरानी रंजिश के चलते सुद्दोवाला देहरादून जेल से ही नितिन देव की हत्या की साजिश रची। इसका खुलासा पुलिस ने हत्या की साजिश में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार कर किया है। पकड़ा गया आरोपी विमलेश कुमार उर्फ विकास निवासी ग्राम सरना, शाहपुरा, आरा बिहार का रहने वाला है। इसकी दोस्ती विपिन नैय्यर से रही है। पुलिस का दावा है कि विमलेश ने ही कैफे संचालक की हत्या करने के लिए यतेंद्र चौधरी गैंग के कुख्यात रामवीर सिंह को सुपारी दिलाई। हत्या से दस दिन पूर्व विपिन नैय्यर जमानत तुड़वाकर जेल चला गया था। हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले दोनों शूटर अभी फरार हैं।
मुनिकीरेती थाने में एसएसपी टिहरी आयुष अग्रवाल ने बताया कि बीते 7 मई को रात करीब साढ़े दस बजे कैफे संचालक नितिन देव की गोली मारकर उस समय हत्या कर दी गई थी, जब वह तपोवन स्थित डेक्कन वैली अपार्टमेंट में मौजूद अपने फ्लैट में जा रहा था। इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपियों की तलाश में पुलिस की पांच टीमें गठित की गई। जांच के दौरान पुलिस को अहम सुराग मिले। इस आधार पर हत्या की साजिश में शामिल विमलेश उर्फ विकास को बिहार के आरा से पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि तपोवन में कैफे संचालक नितिन देव का डेक्कन वैली अपार्टमेंट में चार फ्लैट हैं। यहीं विपिन नैय्यर का भी फ्लैट है। कुछ समय पहले आरोपी विपिन नैय्यर की शिकायत पर नितिन का एक कैफे बंद करा दिया गया था। वहीं दुष्कर्म, पॉक्सो और मारपीट समेत अन्य आरोपों में विपिन नैय्यर को ऋषिकेश पुलिस ने जेल भेज दिया था। एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी विमलेश से पूछताछ में पता चला कि विपिन को शक था कि नितिन देव ने ही उसे फंसाया है। जिसके बाद से वह नितिन देव से रंजिश रखता था। बीते साल देहरादून के रायपुर में हुए डबल मर्डर केस में सुद्दोवाला जेल में बंद कुख्यात रामवीर सिंह निवासी ग्राम कासमपुर भूम्मा, मीरपुर, मुजफ्फनगर, यूपी से विपिन नैय्यर की मुलाकात हुई। यहीं उन्होंने कैफे संचालक की हत्या की साजिश रची। एसएसपी ने बताया कि जेल में बंद रामवीर सिंह से मिलने अक्सर उसका साथी विमलेश आता था। विमलेश के माध्यम से ही शूटरों को हत्या की सुपारी दी गई। इसी साल जनवरी में जमानत पर बाहर आने के बाद विपिन नैय्यर ने विमलेश से दिल्ली, मुजफ्फनगर और ऋषिकेश में कई बार मुलाकात की। बताया कि हत्या के षड़यंत्र में शामिल विमलेश और रामवीर कई वर्षों तक देहरादून में ही रह चुके हैं। रामवीर पर देहरादून जिले में ही हत्या के दो और हत्या के प्रयास का एक मुकदमे दर्ज है। वह हरिद्वार में गैंगस्टर ऐक्ट का आरोपी भी है। एसएसपी ने बताया कि शूटरों की पहचान कर ली गई है। धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश देने में जुटी हैं। दावा किया जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, इस घटना के खुलासे पर डीजीपी दीपम सेठ ने पुलिस टीम को 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा भी की है।






