अल्मोड़ा। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित क्वारब और कैंची मार्ग पूरे कुमाऊं क्षेत्र के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है. इससे हो रही असुविधा और नुकसान को रोकने के लिए कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से तुरंत समाधान करने की मांग की है. वहीं आज गुरुवार को कांग्रेस ने राज्य सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट में धावा बोला. इस दौरान कलेक्ट्रेट के अंदर घुसने को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई. प्रदर्शन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, गोविंद सिंह कुंजवाल और विधायक मनोज तिवारी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।
अल्मोड़ा और नैनीताल जिले की सीमा पर क्वारब के पास खस्ताहाल मार्ग में पहाड़ से गिर रहे बोल्डर मलबा से बना खतरा और कैंची धाम मार्ग पर घंटों जाम की समस्या लोगों की परेशानी बना हुआ है. इसी को मुद्दा बनाकर कांग्रेस ने अल्मोड़ा में प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट में धरना दिया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस की ओर से बैरिकेडिंग की गई थी. जिस पर कांग्रेसी आक्रोशित हो गए. इस दौरान पुलिस और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के बीच धक्का मुक्की शुरू हो गई. इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अंदर घुसकर धरने पर बैठ गए और मुख्यमंत्री सहित जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि क्वारब का मामला बड़ा गंभीर है. हम बराबर सरकार को विभिन्न माध्यमों से चेता रहे हैं. लेकिन कोई कार्य नहीं किया जा रहा है. बयान दे रहे हैं, लेकिन उसे जमीन पर नहीं उतारा जा रहा है. इसलिए हमने तय किया है कि अगर आज इसपर कार्रवाई नहीं की तो कमिश्नर का घेराव करेंगे. वहां भी नहीं हुआ तो सचिव का घेराव होगा. उन्होंने कहा कि हम सरकार की कमर पर चोट करेंगे. क्योंकि उन्होंने अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़ सहित अनेक पहाड़ी जिलों की अर्थव्यवस्था पर चोट की है. जिस तरह से क्वाराब और कैंची के जाम से चीजों के दाम बढ़े हैं, वह लोगों के लिए असहनीय है. सरकार में संवेदना ही नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह विफल और फेल हो चुकी है. विकास अवरूद्ध हो चुका है. भ्रष्टाचार ने सारी सीमाएं लांघ दी है. उन्होंने कहा कि एक गठजोड़ जो अधिकारियों, अपराधियों, माफियाओं और सरकार का सिंडीकेट बन चुका है। केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है. लेकिन विकास की सुध लेने वाला कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि जनता की आवाज को बल देने के लिए आज जिलाधिकारी परिसर में धरना दे रहे हैं और यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक इस भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल नही कर देते।
धरने में मौजूद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सरकार ने इस क्षेत्र की अनदेखी की है. क्वारब पुल बनने के बाद से जो घटना क्रम चल रहा है, उससे लोग परेशान हैं. वहां पर हो रही आवाजाही से लोगों को जान का खतरा बना हुआ है. लेकिन सरकार को कोई मतलब नहीं है. इसके लिए धनराशि दी है. लेकिन कार्य नहीं हो रहा है. वहीं कैंची धाम में 4 से 5 घंटे का जाम लग रहा है. इस दौरान गंभीर मरीज जाम की वजह से रास्ते में ही दम तोड़ दे रहे हैं. पहाड़ी क्षेत्रों के सभी होटल खाली हैं. इस जाम की वजह से पर्यटक नहीं आ रहे हैं. वहीं सरकार में भू माफिया, जंगल माफिया हावी है. उन्होंने कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को वृहद रूप दिया जाएगा। विधायक मनोज तिवारी समेत तमाम नेताओं ने सरकार को जमकर घेरा।






