खेतों से मोटर चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, पुलिस ने दो चोरों को गिरफ्तार कर 13 मोटर किए बरामद

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काशीपुर। ऊधमसिंहनगर पुलिस ने एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देशन में मोटर चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। काशीपुर पुलिस ने 13 चोरी की मोटरें बरामद कर दो शातिर चोरों को दबोचा है।
पुलिस के मुताबिक कोतवाली काशीपुर पुलिस ने खेतों से मोटरें चुराने वाले एक शातिर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर 13 चोरी मोटरें बरामद की हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 1.50 लाख रुपए है। इस कार्रवाई से किसानों को बड़ी राहत मिली है।
यह मामला तब सामने आया जब 12 जून को मलकीत सिंह पुत्र गुरमेज सिंह, निवासी जुडका नं. 1 कुण्डेश्वरी, काशीपुर ने अपने खेत से पानी की मोटरें चोरी होने की लिखित तहरीर थाना काशीपुर में दी। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए थाना काशीपुर में धारा 303(2) BNS के तहत अभियोग पंजीकृत किया ।
मामले का किसानों से जुड़ा होने के कारण इस प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधम सिंह नगर ने अभियोग के शीघ्र अनावरण के दिए थे निर्देश तथा पुलिस टीमों का किया गया था गठन। ।
एसएसपी से प्राप्त निर्देशों के क्रम में, गठित पुलिस टीमों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, लेकिन आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं पाए जाने के कारण पुलिस का कार्य काफी जटिल हो गया।
इसके बाद, पुलिस टीम ने मैनुअल पुलिसिंग पर जोर दिया और गोपनीय तरीके से संदिग्धों के बारे में जानकारी जुटाई। गहन पड़ताल के बाद, पुलिस ने दो संदिग्धों, गुरजीत सिंह उर्फ गित्तू (उम्र 38 वर्ष) पुत्र त्रिलोचन सिंह और भजन सिंह (उम्र 36 वर्ष) पुत्र नत्थन सिंह, निवासीगण गोविंदपुर कुण्डेश्वरी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
संदिग्धों से कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उनकी निशानदेही पर, पुलिस ने विभिन्न कंपनियों और रंगों की 13 पानी की मोटरें बरामद कीं। इन 13 मोटरों में से 02 मोटरें दर्ज अभियोग से संबंधित थीं, जबकि शेष 11 अन्य मोटरों को धारा 35/106 BNSS में कब्जे पुलिस लिया गया है, जिनकी तस्दीक की जा रही है।
पूछताछ में आरोपियों ने अपने अपराध करने के तरीके का खुलासा किया। वे दिन और शाम के समय सुनसान और अकेले खेतों की रेकी करते थे, जहां पानी की मोटरें लगी होती थीं। अंधेरा होने पर मौका पाकर वे इन मोटरों को चोरी कर लेते थे और आस-पास के जंगलों में छिपा देते थे। बाद में, सही मौका देखकर वे इन चोरी की मोटरों को अच्छे दामों पर बेच देते थे। अभियुक्तों ने यह भी बताया कि वे मोटर खोलने का काम शाम 08:00 बजे से 11:00 बजे के आसपास करते थे ताकि किसी को कोई शक न हो।
इस बरामदगी और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के आधार पर अभियोग में धारा 3(5)/317 (2) BNS की बढ़ोतरी की गई है। इस सफल कार्रवाई को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक अमर चंद शर्मा, उपनिरीक्षक संतोष देवरानी, उपनिरीक्षक देवेंद्र सामंत, कांस्टेबल जगदीश पपनै, कांस्टेबल किशोर फर्त्याल, कांस्टेबल वीरेंद्र बिष्ट शामिल थे।

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