खटीमा। रोडवेज संविदा विशेष श्रेणी कर्मचारी संगठन ने परिवहन निगम प्रबंधन पर 3000 से अधिक कर्मचारियों के आर्थिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर समस्याओं से अवगत कराया है। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि समान काम के बाद भी नियमित कर्मियों की तरह वेतन नहीं दिया जा रहा है। संगठन ने प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह सिंगवाल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से भेंट की। उन्हें मुख्यमंत्री बनने की बधाई भी दी। प्रति मंडल ने कहा कि उत्तराखंड परिवहन निगम में संविदा विशेष श्रेणी कर्मचारियों की संख्या 3000 है। वह पिछले 15 वर्षों से नियमित कर्मचारियों की तरह सेवा कर रहे हैं इसके बाद भी उनका अधिक से अधिक शोषण हो रहा है, जबकि वह नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। इस मांग को अनदेखा किया जा रहा है। कोविड-19 नाम पर वेतन कटौती कर दी गई। कर्मचारी नेताओं ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांग रखी कि जब तक उनको नियमित करने की नियमावली तैयार होती है, अब तक उनको समान काम का समान वेतन का लाभ दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि संविदा विशेष श्रेणी कर्मचारियों की बहुत ज्यादा दयनीय दशा को देखते हुए अति शीघ्र फैसला दिया जाएगा। जो भी कार्रवाई होगी उसका निराकरण कर सुनवाई किया जाएगा। वार्ता में समस्या के समाधान का रास्ता निकाला जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहां कि जो भी समस्या होगी उसे निपटाया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया है कि किसी भी समस्याओं का निराकरण के लिए रोडवेज संविदा विशेष क्षेणी कर्मचारी संगठन के साथ रहेंगे। वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र सिंह सिंगवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष संविदा विशेष श्रेणी संगठन महामंत्री गोकुल सिंह, संगठन मंत्री दिनेश जोशी, कार्यालय मंत्री हिमांशु उपाध्याय, राजेश यादव, कैलाश भट्ट, पवन कुमार, शाखा अध्यक्ष रुद्रपुर मनोज यादव, शाखा कोषाध्यक्ष रुद्रपुर और संगठन की सदस्य केदार सिंह बिष्ट, दीप रजवार, क्षेत्रीय मंत्री टनकपुर क्षेत्र कुलदीप गुप्ता उपस्थित रहे।