नैनीताल। नैनीताल के विधायक संजीव आर्य आखिरकार नैनीताल के नारायण नगर में नया पार्किंग स्थल तैयार कराने में सफल रहे। विधायक संजीव आर्य के अनुसार नारायण नगर में बनने वाली पार्किंग देश की पहली ग्रीन पार्किंग होगी। इस ढलान वाली पार्किंग में चारों ओर हरियाली ही हरियाली होगी। यहां वाहन चालकों के रहने से लेकर खाने पीने तक के इंतजाम होंगे।
नैनीताल में अप्रैल से जून तक सैलानियों का जमावड़ा लगता था लेकिन हाल के वर्षों में (कोरोना काल को छोड़कर) यहां साल भर का पर्यटक सीजन चलने लगा है। गर्मियों में यहां इस कदर सैलानी उमड़ते हैं कि काठगोदाम से लेकर नैनीताल और भीमताल रोड में सैलानियों को पहले जाम से जूझना होता है और उसके बाद नैनीताल आने वाले सैलानियों को पार्किंग के लिए परेशान होना पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां मौजूद डीएसए व मैट्रोपोल समेत सभी छोटे पार्किंग स्थल वाहनों से फुल हो जाते हैं। इसी को देखते हुए ही जिला प्रशासन ने शहर से बाहर पाइंस, रूसी बाईपास और नारायण नगर में अस्थायी पार्किंग बनाए हैं। तमाम जन संगठन और पर्यटन कारोबारी कई साल से नैनीताल में स्थायी पार्किंग की मांग कर रहे थे। नैनीताल के विधायक संजीव आर्य की पहल पर वर्ष 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नैनीताल से करीब पांच किमी दूर नारायण नगर में मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाने की घोषणा की थी। इससे पहले कि इस पर काम शुरू होता वन अधिनियम आड़े आ गया। विधायक संजीव के प्रयासों के बाद किसी तरह मामला सुलटा और कुमाऊं मंडल विकास निगम को कार्यदायी संस्था बनाते हुए पार्किंग निर्माण का काम शुरू कराया जा चुका है।
कार्यदायी संस्था कुमाऊं मंडल विकास निगम के प्रबंध निदेशक नरेंद्र भंडारी के मुताबिक पार्किंग के लिए शासन से दो करोड़ बीस लाख रुपये में से एक करोड़ साठ लाख रुपये अवमुक्त हो गए हैं। बजट मिलने के बाद पार्किंग निर्माण का काम शुरू करा दिया है। दावा है कि 2022 मार्च के पहले हफ्ते तक पार्किंग निर्माण पूरा करा लिया जाएगा। पार्किंग स्थल हल्के ढलान वाला और चारों ओर हरियाली भरा होगा, जिसके चलते इसे ग्रीन पार्किंग नाम दिया गया है, जिसमें करीब 400 से अधिक वाहन पार्क होंगे।
विधायक संजीव आर्य का कहना है कि नारायण नगर में देश की पहली ग्रीन पार्किंग बनाई जा रही है। पार्किंग के लिए 24 बीघा जमीन का प्रस्ताव शासन ने स्वीकार कर लिया है। इस पार्किंग में गाड़ियां की सुरक्षा के इंतजाम भी होंगे। साथ ही वाहन चालकों के रात्रि विश्राम के लिए डोरमैट्री की भी व्यवस्था होगी। इसके अलावा कैंटीन, शौचालय समेत आधारभूत सुविधाएं जुटाई जाएंगी।