- हल्द्वानी। उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट का वितरण किया गया। श्रीमती आर्या द्वारा 61 लाभार्थियों को महालक्ष्मी किट देकर सम्मानित किया गया।
नगर निगम सभागार में हुए कार्यक्रम में लाभार्थियों को सम्बोधित करते हुये श्रीमती आर्या ने कहा कि हमे बेटियों को आगे बढाने के लिए दोहरी मानसिकता को खत्म करना होगा। उन्होंने कहा प्रकृति एवं संविधान ने समानता का संदेश दिया है इसलिए बेटियों को प्रोत्साहित करना हमारा दायित्व है। मंत्री श्रीमती आर्या ने कहा प्रदेश व जनपदों मे लैंगिक सुधार करने की और जरूरत है। उन्होने कहा उत्तराखण्ड देश का आठवां राज्य है जहां प्रति हजार बालकों पर बालिकाओं का अनुपात 960 है। उन्होने कहा ग्रामीण क्षेत्रों मे प्रसव के दौरान महिलाओं को काफी परेशानी होती है। सरकार ने इस दूरी को कम किया है।उन्होंने कहा लक्ष्मी जब घरों मे आती है हमें उसका स्वागत करना चाहिए, मां और बेटी स्वस्थ होगी तभी प्रदेश व राष्ट्र का विकास होगा। उन्होने कहा जब घर मे बेटी पैदा होती है तो मां-बाप के दिल मे कोई शिकन नही होनी चाहिए सरकार सदैव उनके साथ है। श्रीमती आर्या ने कहा बेटियो को हमे शिक्षित करना होगा तभी हम एक विकसित प्रदेश व राष्ट्र का निर्माण कर सकते है। उन्होनेे कहा हम अपने आसपास देखें तो पाएंगे कि बेटों की बजाए बेटियां माता पिता का अधिक ख्याल रखती हैं। आज कोई ऐसा क्षेत्र नही है जहां बेटियो ने सफलता न पाई हो। उन्होने कहा प्रदेश मे लगभग 17 हजार लाभार्थियों को महालक्ष्मी योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। मंत्री श्रीमती आर्या ने कहा सरकार द्वारा अनेकों योजनायें चलाई जा रही है। उन्होने कहा कोरोना-19 के दौरान जिन बच्चों के माता-पिता या उनके अभिभावक की मृत्यु हो गई थी। सरकार द्वारा वात्सल्य योजना से प्रदेशभर मेे अब तक 2500 बच्चो को तीन हजार रूपये आर्थिक सहायता तथा 21 वर्ष तक भरण पोषण भत्ता प्रदान साथ ही 5 प्रतिशत क्षैजिज आरक्षण प्रदान कर रही है। इसके साथ ही आंगनबाडी केन्द्रों मे सरकार द्वारा कुपोषित बच्चो को कुपोषण से मुक्ति हेतु पौष्टिक आहार प्रदान किया जा रहा है।
मेयर डा जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला ने कहा मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना से हम प्रसवोपरांत माता व कन्या शिशु के पोषण के अतिरिक्त देखभाल और लैंंिगक असमानता दूर करने के उद्देश्य से यह योजना संचालित की गई है। उन्होने कहा नवजात का स्वस्थ होना अति आवश्यक है। श्री रौतेला ने कहा हमें दोहरी मानसिकता के साथ ही सामाजिक सोच बदलनी होगी। हमे बेटियों को अच्छी शिक्षा के साथ ही अन्य क्षेत्रों मे आत्मनिर्भरता के लिए कार्य करने होंगे।
कार्यक्रम मे अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, ब्लाक प्रमुख रूपा देवी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, जिला प्रोवेशन अधिकारी व्योमा जैन, सीडीपीओ चम्पा कोठारी, रेनु मर्तोलिया, डा. जेड ए वारसी के अलावा मातृ शक्ति एवं लाभार्थी मौजूद थे।