पिथौरागढ के डीएम पहुंचे दुर्गम में, सीमांत की सङक न खुलने व बाढ़ सुरक्षा में लापरवाही पर सीपीडब्ल्यूडी के एई और जेई के वेतन रोकने के आदेश

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पिथौरागढ। पिथौरागढ के जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने धारचूला के आपदाग्रस्त क्षेत्रों में चल रहे निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। तहसील मुख्यालय धारचूला पहुचे जिलाधिकारी ने तवाघाट-सोबला बन्द मोटर मार्ग एवं काली नदी किनारे घटखोला क्षेत्र में सिंचाई विभाग द्वारा कराए जा रहे सुरक्षात्मक एवं बचाव कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सीपीडब्लूडी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि दारमा घाटी सड़क मार्ग जो लंबे समय से बंद है, उसे तत्काल खोला जाय। उन्होंने मार्ग खोलने में हो रही देरी पर अपनी नाराजगी व्यक्त की गई। उन्होंने अग्रिम आदेशों तक सीपीडब्लूडी के अवर अभियंता व सहायक अभियंता का वेतन रोकने के साथ ही मानसून काल में विभाग के अधिशासी अभियंता को क्षेत्र में तैनात रहने के निर्देश दिए।उन्होंने विभाग को सड़क मार्ग शीघ्रता से खोले जाने हेतु अतिरिक्त मशीनों के साथ ही मैन पॉवर भी बढ़ाने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि जबतक मार्ग यातायात हेतु नहीं खुल जाता है,तब तक सीपीडब्लूडी के अधिकारी क्षेत्र में ही तैनात रहें।
मार्ग खोलने की प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट उपजिलाधिकारी धारचूला को उपलब्ध कराई जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर रात्रि में भी मार्ग खोले जाने का कार्य किया जाय इस हेतु आपदा प्रबंधन विभाग से अस्का लाइट भी उपलब्ध कराने के निर्देश उपजिलाधिकारी धारचूला को दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बीआरओ के अधिकारियों को भी शीघ्र ही कनेक्टिविटी जोड़ने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी धारचूला को निर्देश दिए कि मार्ग बंद होने से क्षेत्र में किसी भी प्रकार की खाद्यान्न व आवश्यक वस्तुओं की कमी नहीं होनी चाहिए इस हेतु राजस्व,खाद्य आपूर्ति, ग्राम्य विकास विभाग की टीम को क्षेत्र में भेजा जाए। तथा आवश्यक सामग्री की आपूर्ति भी सुनिश्चित कराई जाए। इस दौरान घटखोला में कराए जा रहे सुरक्षात्मक कार्यो का भी जिलाधिकारी द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान बीआरओ के कमांडर कर्नल एन के शर्मा ,उपजिधिकारी धारचूला अनिल कुमार शुक्ला समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी आदि मौजूद रहे।

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