आशा वर्कर्स बोले: झूठे वायदे नहीं मासिक वेतन चाहिए

ख़बर शेयर करें -

हल्द्वानी। आशा वर्कर्स की वेतन समेत तमाम मांगों को लेकर चल रही हङताल के आज 25 दिन पूरे हो गए हैं। आंदोलन कार्यों ने सरकार पर झूठी घोषणाएं करने का आरोप लगाया है। कहा है कि अब आंदोलन और तेज किया जाएगा।
दो अगस्त से चल रही आशा वर्कर्स की हड़ताल और धरने के पच्चीस दिन हो चुके हैं।अभी तक राज्य सरकार आशाओं के मासिक वेतन पर टालमटोल कर रही है। विधानसभा सत्र चल रहा है,परंतु आशाओं के सवालों पर कोई चर्चा नहीं हो रही है। हड़ताल के पच्चीसवें दिन जारी बयान में ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल ने कहा कि, “आशाओं को अब और झूठा झांसा और टाल-मटोल नहीं चाहिये, आशाओं को मासिक वेतन चाहिये। इसलिए सरकार आश्वासन, वादा करने के बजाय शासनादेश जारी करे या मुख्यमंत्री स्वयं प्रेस वार्ता करके आशाओं के मासिक वेतन को लेकर उनकी सरकार क्या कर रही है इसकी साफ साफ घोषणा करें। इससे कम कुछ भी मंजूर नहीं है।”
प्रदेश महामंत्री डॉ कैलाश पाण्डेय द्वारा कहा गया कि, “आशा हड़ताल के पच्चीस दिन पूरे होने के बाद भी उत्तराखण्ड सरकार की चुप्पी शर्मनाक है। आशाओं का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है,लेकिन सरकार इसको समझने में असफल साबित हुई है। अगर सरकार ने यही तरीका अपनाए रखा तो आशा यूनियनों के पास आंदोलन को और भी तेज गति देने के अलावा क्या विकल्प है। ”
आज के धरना प्रदर्शन में कमला कुंजवाल, डॉ कैलाश पाण्डेय, छाया आर्य, तुलसी आर्य, अनिता देवल, लीला पढालनी, पुष्पलता, हंसी बेलवाल, सीमा आर्य, भगवती बिष्ट, गीता शर्मा, विमला पाण्डे, सुनीता देवी, चन्द्रकला अधिकारी, रिंकी जोशी, रीना बाला, लता कोहली, दीपा आर्य, कमला आर्य, माया टंडन, उमा दरमवाल, कमला बोरा, शांति कोहली, गंगा आर्य, कमला टंडन, बृजेश कटियार, आनंदी, मंजू देवका, सायमा सिद्दीकी, सरोज रावत, प्रेमा घुगत्याल, गोविंदी लटवाल, रेशमा परवीन, गंगा जोशी, शिव कुमारी, प्रीति रावत, कविता बिष्ट, पुष्पा आर्य, मंजू पाण्डे, पुष्पा पंत, रूपा आर्य आदि समेत बड़ी संख्या में आशाएँ मौजूद रही। समर्थन देने अखिल भारतीय किसान महासभा के नैनीताल जिला संयोजक बहादुर सिंह जंगी भी पहुँचे।

Ad
Ad