उत्तराखंड की सीमांत की सङकों और संचार सेवा में सुधार जरूरी, मुख्यमंत्री ने आमीॅ अफसरों षे की बातचीत

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ जिले के सीमान्त जोशीमठ-औली मोटर मार्ग के संबंध में सेंटर कमांड के जीसीए इन जीफ लेफ्टिनेंट के सामने मामला उठाया है। कहा कि सरकार सीमान्त क्षेत्र के सङक और संचार पर ध्यान दे रही है। निमार्ण इकाईयों से भी सहयोग के लिए कहा गया है।
शुक्रवार को विधानसभा में सेन्ट्रल कमांड के जी.ओ.सी इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी ए.वी.एस.एम. वीएस.एम ने शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से राज्य के सीमान्त क्षेत्रों में संचार सुविधाओं एवं सड़कों के विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री से जोशीमठ-औली तक सड़क चौड़ीकरण, पिथौरागढ़ के सीमांत क्षेत्रों तक सड़क निर्माण एवं सुधारीकरण की भी जरूरत बतायी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार सीमान्त क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। इन क्षेत्रों को सड़क से जोड़ने तथा संचार सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सैनिकों के कल्याण के लिये अनेक योजनायें संचालित की गई हैं। शहीद सैनिकों के आश्रितों का सेवायोजित करने की व्यवस्था राज्य में की गई है। उन्होंने सीमान्त क्षेत्रों में सड़कों, संचार सुविधाओं एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में सेना को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने बनबसा की भांति खटीमा में भी सीएसडी कैन्टीन खोले जाने की अपेक्षा की।
ले.जन योगेन्द्र डिमरी ने मुख्यमंत्री से जोशीमठ-औली सड़क के चौड़ीकरण के साथ ही पिथौरागढ़ के सीमांत क्षेत्रों के मानसरोवर मार्ग को सड़क से जोड़ने में सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने रूद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, बागेश्वर आदि स्थलों पर सेना द्वारा सीजीएचएस पॉलीक्लीनिक की स्थापना के लिये भूमि उपलब्ध कराने की भी अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि देहरादून शहर में स्थित सीएसीडी डिपो को शहर में अन्यत्र कहीं उपयुक्त स्थल पर्याप्त भूमि उपलब्ध करायी जाये तो इसे स्थानान्तरित किये जाने पर विचार किया जायेगा।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, जीओसी सब एरिया मे.ज. एस खत्री, आदि उपस्थित थे।

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