हरिद्वार। व्रत आदि में उपयोग में लाने के शुद्ध माने जाने वाले कुट्टू के आटो को भी मिलावट खोर नहीं छोड़ रहे हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा मंगलौर से लिया गया कुट्टू के आटे का सैंपल दूसरी जांच में भी फेल हो गया है। रुड़की के खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि कुट्टू का आटा बनाने वाली कंपनी के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में वाद दायर कर दिया है।
रुड़की और उसके आसपास पिछले साल नवरात्र के समय कुट्टू के आटे से बनी रोटी और पूरी खाने से सौ से अधिक लोग बीमार हुए थे। जबकि मंगलौर में भी एक ही परिवार के कई लोग कुट्टू के आटे के पकवान खाने से बीमार हो गए थे। जिसके बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने रुड़की समेत कई स्थानों से कुट्टू के आटे के सैंपल लिए थे। रुड़की के खाद्य सुरक्षा अधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि इस दौरान मंगलौर भी कुट्टू के आटे का सैंपल लिया गया था। उन्होंने बताया कि यूपी से पैक होकर आए इस आटे में जांच में फंगस पायी गयी थी। जिसके बाद कंपनी के पुन: जांच आवेदन के बाद गाजियाबाद लैब में भी आटे को जांच के लिए भेजा गया था। दूसरी जांच में भी आटे मेंं फंगस होने की पुष्टि हुई है। संतोष कुमार ने बताया कि कुट्टू के आटे वाली कंपनी के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में वाद दायर कर दिया गया है।