हल्द्वानी। हल्द्वानी में जिलाधिकारी के जनता दरबार में एक महिला की शिकायत ने डीएम समेत सभी अफसरों को चौका दिया। महिला ने कहा कि वह अभी जीवित है, मगर उसे कागजों में 2003 में मृत घोषित कर दिया। एक अन्य 80 सा के वृद्ध ने बेटे पर अंधेरे कमरे में बंद रखने का आरोप लगाया।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा है कि जनता दरबार में उठने वाली समस्या का शीघ्र समाधान होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि दफ्तरों में शिकायत नहीं सुनने वाले अफसर भी चिन्हित होंगे।
जिलाधिकारी बुधवार को जनता दरबार में फरियादियों द्वारा प्रमुख समस्याओं में सडक, पानी, शिक्षा, बीमारी ईलाज, प्रमाण पत्र, मुआवजा, फीस माफी, शौचालय, रोजगार आदि से सम्बन्धित समस्याओ को सुन रहे थे। जनता दरबार में 24 समस्यायेें एवं शिकायतें दर्ज हुई। अधिकांश समस्याओ का मौेके पर निस्तारण करते हुये अवशेष समस्याओं को जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनसुनवाई मे पंजीकृत समस्याओं को समयावधि मेे निस्तारित करना सुनिश्चित करें, तथा कृत कार्यवाही से आवेदन कर्ता को भी अवगत करायें। उन्होने कहा कि समस्याओ की निस्तारण की मानिटरिंग भी की जायेगी।
फरियादी भावना देवी निवासी गोरापडाव हल्द्वानी ने अवगत कराया कि प्रार्थीनी जीवित होने पर भी प्रार्थीनी को 2003 से मृतक घोषित किया गया है जबकि प्रार्थीनी जीवित है। प्रार्थीनी ने गोविन्द बल्लभ के खिलाफ कार्यवाही करने का अनुरोध किया। जिस पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को जांच कर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये। मथुरादत्त पंत निवासी आवास विकास ने अवगत कराया कि मेरी उम्र 80 वर्ष की हो गई है मेरा पुत्र रविन्द्र पंत उसे उत्पीडित करता है तथा एक कमरे में बिना रोशनदान एवं खिडकी के साथ रहने को मजबूर है। जिस पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को जांच कर कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जगदीश चन्द्र निवासी ओखलकांडा देवली ने प्रार्थना पत्र मे अवगत कराया कि अप्रेल मे कोविड 19 हो गया था मैं एक हास्पिटल मे भर्ती था मेरे पास आयुष्मान कार्ड भी था लेकिन आयुष्मान कार्ड को स्वीकार नही किया गया, अस्पताल ने मेरा बिल एक लाख नब्बे हजार बना दिया है। जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को चिकित्सा प्रतिपूर्ति प्राधिकरण से धनराशि दिलाने के निर्देश दिये। कमल मुनी जिलाध्यक्ष एवं पार्षद मनोज काण्डपाल आदि ने नवीन मण्डी पर गन्दे नाले से जलभराव व सडक पर गडडे की समस्या से अवगत कराया। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता सिचाई एवं एनएच को कार्यवाही करने के निर्देश दिये। नरेन्द्र सिह कोरंगा शास्त्री नगर बिन्दुखत्ता ने अवगत कराया कि लोनिवि द्वारा उनके क्षेत्र में 45 लाख की लागत से रोड एवं पुलिया का निर्माण कराया था जिससे हमारे क्षेत्र के लोगों का आवागमन इसी रास्ते से होता था। लेकिन कीर्ति बल्लभ लोहनी द्वारा रास्ते को क्षतिग्रस्त कर रास्ता बन्द कर दिया है, रास्ते को खुलवाने का अनुरोध किया। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा उपजिलाधिकारी को जांच कर शीघ्र अवरूद्व मार्ग को खुलवाने के निर्देश दिये गये।
जनसुनवाई मे अपर जिलाधिकारी हरवीर सिह, सिटी मजिस्टेट ऋचा सिह, उप जिलाधिकारी मनीष कुमार, ईई जलसंस्थान एसके श्रीवास्तव, लोनिवि अशोक कुमार के अलावा फरियादी उपस्थित थे।