*एसटीएफ व पुलिस का अल्मोङा जेल में छापा, तीन मोबाइल, चार सिम और सवा लाख की नकदी मिली*

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देहरादून। स्पेशल टास्क फोर्स और पुलिस ने अल्मोड़ा जेल में छापा मारकर तीन मोबाइल, चार सिम और सवा लाख रुपये से अधिक बरामद किए हैं। जेल से हरिद्वार के एक व्यवसायी की हत्या या फिर वसूली की साजिश रची जा रही थी। इस मामले में जेल का एक ड्राइवर हिरासत में लिया है, जबकि हरिद्वार में दो शूटर समेत तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सोमवार शाम को पत्रकारों से बातचीत में इस साजिश का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि अल्मोड़ा जेल से यह साजिश रची जा रही थी। जानकारी में आने पर एसटीएफ सर्विलांस के जरिए संगठित अपराधियों की हर गतिविधि जुटाती रही। एसटीएफ के एसएसपी अजय कुमार को जब गिरोह के बारे में पुख्ता सबूत मिले तो अल्मोड़ा जेल में एसटीएफ व स्थानीय पुलिस ने संयुक्त कारवाई शुरू की।
डीजीपी ने बताया कि बदमाशों ने साजिश को अंजाम देने के लिए जेल से फोन कर चंपारण (बिहार) से दो शूटर भी मंगा लिए थे। इस मामले में जेल के एक ड्राइवर की भूमिका संदिग्ध है। यह उपनल का कर्मचारी है। कुछ समय पहले ही इस कर्मचारी के खाते में दस लाख रुपये भी ट्रांसफर हुए थे। उन्होंने बताया कि जेल से हरिद्वार के एक व्यापारी से वसूली को हत्या की धमकी दी जा रही थी।
उन्होंने बताया कि इस साजिश का मास्टर माइंड अब्दुल कलीम है जो मंगलौर का रहने वाला है। उसे गिरफ्तार कर लिया है। अब्दुल आजीवन कारावास से सजायाफ्ता भी है। उन्होंने बताया कि अब्दुल अक्सर जेल भी बदलता रहता है। पुलिस ने इसके साथ ही दो शूटर भी हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिए हैं। पुलिस सभी संदिग्धों से गहनता से पूछताछ करने में जुटी हुई है।
एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार को जिला कारागार में छापेमारी की। छापेमारी में संयुक्त टीम को जेल में बंद कैदियों से नगदी और मोबाइल बरामद हुए। तलाशी के बाद बरामद नगदी के बारे में टीम घंटों तक जेल के कागजों से मिलान करती रहीं। जिससे कागजी फेर में कैदियों की घंटों तक जान फंसीं रही। दरअसल दिल्ली अदालत में हुए गोलीकांड के बाद प्रदेश भर की जेलों में सर्तकता बरती जा रही है।
वहीं सोमवार को अल्मोड़ा जिला कारागार में एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने कारागार में छापेमारी की। अचानक हुए इस छापेमारी में कैदियों समेत जेल अधिकारियों में खलबली मंच गयी। जबकि टीम को छापेमारी के दौरान कैदियों से मोबाइल और नगदी बरामद हुई। इसके बाद टीम पूरी जेल में चेकिंग अभियान चलाया। देर रात तक कैदियों से बरामद नगदी का टीम मिलान करती रही। हालांकि अधिकारी कैदियों से बरामद नगदी और मोबाइल की पुख्ता जानकारी नहीं दे पाई है।

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