रुद्रपुर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय नेता व कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि यदि भारत के लोग अडानी, अंबानी और लाला रामदेव का उत्पादन खरीदने बंद कर देंगे को देश में सत्ता काबिज भाजपा सरकार जनता की समस्याओं को सुनना शुरू कर देगी। कहा कि देश को बचाने के लिए ऐसे लोगों से बचना जरूरी है। कहा कि उत्तराखंड सरकार किसानों को उजाड़ने पर तुली है, उत्तराखंड सरकार यह सोच ले कि जिस जमीन पर किसान काबिज है वह किसान की है, यदि सरकार उन्हें परेशान करेगी तो देश के किसान सरकार को परेशान कर देंगे।
रुद्रपुर के मोदी मैदान में आयोजित किसान महापंचायत में हजारों किसान पहुंचे। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की यह नीति आज की नहीं, बल्कि 50 साल आगे की है। उन्होंने आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया, साथ में कहा कि किसान अपनी फसल बर्बाद न करें, सिर्फ दो माह के लिए खेती से मोह भंग कर लें।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में विकास कार्य शून्य है। जब राज्य बना तो पूर्व सीएम एनडी तिवारी से राज्य को जैविक राज्य घोषित करने की मांग की थी। साथ ही विकास के लिए विलेज टूरिज्म पालिसी लाने, खेत से मंडियों तक उत्पाद लाने को ट्रांसपोर्ट में सब्सिडी, एससी, एसटी कैटेगरी लाने की मांग की थी, जो आज तक नहीं हो सकी।
उन्होंने बाजपुर के 20 गांवों में जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक पर कहा कि राज्य सरकार इन गांवों में बुल्डोर चलाने की बात कह रही है, जिसे कतई नहीं होने दिया जाएगा। किसानों का गन्ना मूल्य नहीं मिला है। काशीपुर सहित कई चीनी मिल बंद कर दी गई। जिसे चालू करने की बजाय बेचने की कवायद चल रही है। महापंचायत की अगुवाई कर्म पड्डा ने की। इससे पहले राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व सोनिया मान को सरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया।
किसान आंदोलन के दौरान जान गंवा चुके तराई के किसान नवरीत सिंह, कश्मीर सिंह व बलजीत सिंह को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर डा. दर्शन पाल सिंह, जितेंद्र पाल, भानु प्रताप सिंह, दिगंबर सिंह, तजेंद्र सिंह विर्क, गुरनाम सिंह चढ़ूनी, गंगाराम, भुवन सिंह, अमन दीप सिंह, हरजिंदर सिंह, सूखविंदर लाल, भूपेंद्र सिंह मौजूद थे।






