*शारीरिक, मानसिक व सामाजिक दुष्परिणाम से बचने को नशे के खिलाफ अभियान जरूरी*

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हल्द्वानी। लाल बहादुर शास्त्री राजकीय महाविद्यालय हल्दूचौड़ में एकदिवसीय नशा उन्मूलन संगोष्ठी का उत्तराखंड सरकार उच्च शिक्षा विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के दिशा निर्देशों में आयोजित की गई। संगोष्ठी का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर डॉ.ललित मोहन पाण्डे ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को नशे के शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक दुष्परिणामों की जानकारी के साथ विद्यार्थियों को रचनात्मक कार्यों के द्वारा भविष्य निर्माण करने के लिए प्रेरित किया। नशा उन्मूलन प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. हेमलता गोस्वामी द्वारा समाज में व्याप्त विभिन्न प्रकार के नशों और उनसे बचाव के विषय में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की। समिति सदस्य डॉ. हेम चन्द्र ने विभिन्न उदाहरणों द्वारा एक भारत श्रेष्ठ भारत नशा मुक्त भारत के तहत नशा उन्मूलन में विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं स्वयंसेवियों के योगदान और जिम्मेदार नागरिक बनने की जानकारी दी। किशोर चंद्र, अंजली, दिवासी बृजवासी, अपर्णा तिवारी, मनीष आर्या और प्रकाश आदि ने संगोष्ठी में अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। नशा उन्मूलन संगोष्ठी का संचालन समिति सदस्य और राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हेम चन्द्र पाण्डे द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी एवं कला, विज्ञान, वाणिज्य संकाय के विद्यार्थी और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवी उपस्थित रहे।

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