दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका से कर्नाटक पहुंचे दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों के मुताबिक, दोनों की रिपोर्ट आ गई है। दोनों में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इस बात की पुष्टि हो गई है कि वैरिएंट ओमीक्रॉन नहीं है। फिलहाल दोनों को आइसोलेट कर क्वारंटाइन कर दिया गया है।
कर्नाटक के स्वास्थ्य सचिव टीके अनिल कुमार ने कहा कि चूंकि यात्री विदेश से आए थे, इसलिए जीनोम अनुक्रमण तेजी से ट्रैक किया गया था। “पहला यात्री 11 नवंबर को बेंगलुरु आया और दूसरा यात्री 16 नवंबर को आया था। दोनों को अलग-अलग क्वारंटाइन किया गया था। इस बात की पुष्टि हो गई है कि दोनों मामले डेल्टा वेरिएंट के हैं।
आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, 10 उच्च जोखिम वाले देशों से 584 लोग बेंगलुरु पहुंचे हैं और इनमें से 94 लोग दक्षिण अफ्रीका से आए हैं। अधिकारियों ने कहा कि शहर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच के लिए हवाई अड्डे पर एहतियाती उपायों का निरीक्षण किया है।
उन्होंने कहा, “हमने दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के प्रोटोकॉल को भी बदल दिया है। इससे पहले, उन्हें केवल एक आरटी-पीसीआर परीक्षण की आवश्यकता होती थी जो 72 घंटे पुराना हो। लेकिन हमने यह सुनिश्चित करने के लिए मानदंडों में बदलाव किया है कि सभी यात्रियों का हवाई अड्डे पर कोरोना टेस्ट होगा। रेपिड टेस्ट के परिणाम एक घंटे के भीतर आते हैं जबकि सामान्य आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए लगभग 4 घंटे का समय लगता है। रिपोर्ट आने तक यात्रियों को हवाई अड्डे पर रहना होगा”।
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि कोविड -19 के नए वेरिएंट के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग से अंतरराष्ट्रीय आगमन पर जांच और परीक्षण अनिवार्य कर दिया है।