संस्कार भारती के दुवारा भारतीय नव सम्बतसर २०७९ की पूर्व संध्या पर पंचांग विमोचन एवं भजन संध्या का आयोजन,

ख़बर शेयर करें -

काशीपुर (उत्तराखंड)संस्कार भारती के दुवारा भारतीय नव सम्बतसर २०७९ की पूर्व संध्या पर पंचांग विमोचन एवं भजन संध्या का आयोजन,
संस्कार भारती काशीपुर इकाई द्वारा चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नव संवत २०७९ विक्रमी की पूर्व संध्या पर पंचांग विमोचन एवं भजन संध्या का आयोजन श्री अग्रवाल सभा में किया गया|


कार्यक्रम का शुभ आरम्भ मुख्य अतिथि एवं कार्यक्रम अध्यक्ष द्वारा माँ भारती एवं भगवान नटराज जी के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर श्री गणेश वंदना एवं संस्कार भारती के ध्येय गीत के साथ प्रारंभ हुआ|
संस्कार भारती विगत १० वर्षो से पंचांग का प्रकाशन करती आ रही है | पंचांग के इस अंक का विमोचन मुख्य अतिथि श्री मधुप मिश्रा जी ( वाईस प्रेसिडेंट, इंडिया ग्लाय्कोल्स लिमिटेड, काशीपुर ) एवं कार्यक्रम अध्यक्ष श्री देवेन्द्र रावत जी (छेत्र प्रमुख, संस्कार भारती, पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड) के द्वारा भव्य एवं मंत्रमुग्ध करने वाली भजन संध्या के साथ किया गया | भजन संध्या की प्रस्तुति नैनीताल से आये कलाकारों में गायक श्री सिधांत नेगी जी एवं तबला वादक श्री धीरेन्द्र पाठक जी के द्वारा की गई |


पंचांग विमोचन के उपरान्त संस्कार भारती काशीपुर इकाई द्वारा विगत वर्ष में कराई गयी “सोलह श्रृंगार एवं मेहंदी प्रतियोगिता” की विजेता महिलाओं को एवं “स्वाधीनता से सवतंत्रता की ओर चित्रकला प्रतियोगिता” के प्रथम, दूतीये, एवं तृतीय स्थान प्राप्त बच्चों को पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया| तथा कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत एवं इकाई अध्यक्ष द्वारा धन्यवाद भाषण के साथ किया गया|


इस कार्यक्रम का संचालन इकाई मंत्री श्री कपिल अग्रवाल जी के द्वारा किया गया| इस कार्यक्रम में उत्तराखंड प्रान्त के उपाध्यक्ष श्री प्रभाकर सारस्वत जी, कोषाध्यक्ष श्री अभिषेक पाठक जी, इकाई अध्यक्ष श्री सुशील पाठक जी, इकाई उपाध्यक्ष श्री सुभाष शर्मा जी, कोषाध्यक्ष श्री पंकज शर्मा जी, श्री पंकज अग्रवाल जी सहित इकाई के सभी सदस्यों की उपस्थिति रही| साथ ही इस कार्यक्रम में तारावती स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमति शैफाली पाण्डेय जी, मास्टर इंटरनेशनल स्कूल के मैनेजर श्री गौरव गर्ग जी, कुमॉऊ वैश्य महासभा के अध्यक्ष श्री सुशील अग्रवाल जी सहित शहर के अनेक प्रतिष्ठित व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति रही|

Ad