*रेलवे में नौकरी के नाम पर ठग लिए 18 लाख रुपए, दो महिलाओं समेत चार के खिलाफ एफआईआर*

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देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी में डेलीवेज पर तैनात एक व्यक्ति ने तीन अन्य के साथ मिलकर दो युवकों को रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 18 लाख रुपये हड़प लिए। प्रेमनगर थाना पुलिस ने चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
ठाकुरपुर प्रेमनगर निवासी रीना रानी ने बताया कि उसके पति राजेंद्र सिंह आइएमए में डेलीवेज पर काम करते हैं। उनके साथ एक अन्य व्यक्ति डीपी जुयाल भी वहीं डेलीवेज पर काम करता है। डीपी जुयाल ने उसके पति से कहा कि उसकी बड़े अधिकारियों के साथ जान पहचान है, वह किसी की भी सरकारी नौकरी लगवा सकता है। कहा कि यदि कोई इच्छुक हो तो बताना।
महिला ने बताया कि आरोपित की बातों में आकर उनके पति ने उसकी मौसी के बेटे अमनदीप सिंह की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) में सरकारी नौकरी के लिए बात की। डीपी जुयाल ने पूरा भरोसा दिलाया कि उनके भाई की नौकरी आरपीएफ में लग जाएगी। इसके लिए आरोपित ने विभिन्न तिथियों में उनसे कुल 1 लाख 88 हजार रुपये लिए। जब नौकरी नहीं लगी तो उसने धनराशि वापस कर दी।
शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि इसके बाद 2019 में डीपी जुयाल उसके भाई गुरप्रीत सिंह और मौसी के लड़के अमनदीप को लेकर पीपल चौक कौलागढ़ कैंट निवासी भारती अधिकारी, शैफाली अधिकारी और अनिल भट्ट के घर गया। आरोपित ने विश्वास दिलाया कि दोनों की आरपीएफ में नौकरी लग जाएगी।  इसके बाद आरोपित भारती अधिकारी व शैफाली अधिकारी ने दोनों भाइयों से नौकरी के नाम पर 18 लाख रुपये ले लिए।
भारती अधिकारी का एक सहयोगी अनिल भट्ट दोनों युवकों को दिल्ली लेकर गया और फर्जी अपाइंटमेंट लेटर थमा दिया। आरोपित दोनों युवकों को दिल्ली, जालंधर, मुंबई, गोरखपुर व लखनऊ भेजते रहे, लेकिन जब उन्होंने अपाइंटमेंट लेटर की जांच करवाई तो पता चला कि वह फर्जी है। पुलिस ने बताया कि 18 लाख रुपये की ठगी के आरोप में डीपी जुयाल, भारती अधिकारी, शैफाली अधिकारी और अनिल भट्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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