चंपावत। चंपावत में तीन दिन पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर कार्यभार ग्रहण करने पहुंची युवती के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हो गया है। बताया गया है कि युवती की मां देहरादून में बाल विकास निदेशालय में तैनात हैं। विभाग के ही एक कर्मचारी ने यह फर्जी पत्र युवती को सौंपा। पुलिस ने सभी कागज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी चंपावत राजेन्द्र बिष्ट ने अवगत कराया कि गत दिनांक 23 जुलाई को जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग चंपावत में पूर्वाह्न 10 बजे एक महिला जिसने अपना नाम किरन राणा पत्नी श्याम राणा पता खटीमा उधम सिंह नगर बताया, वाहन संख्या यूके 06 एएक्स 9939 में अपने पति और मां कमलेश राणा के साथ पहुंची। महिला द्वारा निदेशालय महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के नाम से जारी फर्जी आदेश दिखा कर दावा किया कि वह जनपद में नव तैनात जिला कार्यक्रम अधिकारी चंपावत है।
इस पर वर्तमान में कार्यरत डीपीओ राजेंद्र बिष्ट ने महिला से नियुक्ति आदेश तथा अन्य दस्तावेज मांगे गए और दस्तावेजों पर आशंका होने पर निदेशालय से जानकारी प्राप्त की गई, निदेशालय द्वारा स्पष्ट किया गया कि ऐसा कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है,अतः प्रकरण पर विधिक कार्यवाही की जाय।
तत्पश्चात जिला कार्यक्रम अधिकारी ने उक्त महिला को मुख्य विकास अधिकारी के सम्मुख चलने को कहा गया तो महिला के परिजन घबराने लगे और तीनों लोग गाड़ी में सवार होकर चले गए।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा प्रकरण तत्काल जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया और पुलिस अधीक्षक को सूचना दी गई,जिनके द्वारा जनपद की सभी सीमाओं पर सख्त निगरानी के आदेश पुलिस को देने के पश्चात उक्त वाहन और तीनों लोगों को पुलिस चौकी चल्थी में पकड़ लिया गया। महिला से महिला पुलिस द्वारा घटना के सम्बंध में गहन पूछताछ की गई तथा पूछताछ के बाद छोड़ दिया। जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी ने अवगत कराया कि विभागीय सतर्कता के साथ कार्यवाही करते हुए पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही की गई। तथा पूछताछ के उपरांत छोड़ दिया गया है। पुलिस द्वारा उक्त संबंध में महिला द्वारा प्रस्तुत पत्रों व दस्तावेज की जांच की जा रही है।






