चम्पावत। उत्तर भारत का सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेला 30 मार्च से शुरू हो जाएगा। मेले का उद्घाटन संसदीय कार्य व शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत करेंगे। प्रशासन ने मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कुंभ मेले की तर्ज पर एसओपी तैयार की जा चुकी है। नए नियमों के मुताबिक अब यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।
मेला मजिस्ट्रेट एवं टनकपुर के एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बताया कि एक माह तक चलने वाले मेले में केंद्र के निर्देश के अनुरूप 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर जांच की कोविड निगेटिव रिपोर्ट दिखानी जरूरी होगी। कोविड टीका लगा चुके लोगों को इसका प्रमाणपत्र साथ लाना होगा। उन्होंने बताया कि मेले का शुभारंभ 30 मार्च को अपरान्ह एक बजे काबीना मंत्री वंशीधर भगत करेंगे। इस दौरान विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष समेत जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहेंगे। बताया कि विद्युत, पेयजल, सड़क, सुरक्षा आदि की सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा।
गाइड लाइन की जानकारी उत्तराखंड और यूपी के संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों और एसपी को पूर्व में ही दी जा चुकी है। इधर सीएमओ डा. आरपी खंडूरी ने बताया कि आरटीपीसीआर जांच में कोविड पॉजिटिव पाए जाने वाले दूसरे जिलों के तीर्थयात्रियों को वापस भेजा जाएगा। जबकि चम्पावत जिले के पॉजिटिव आने वाले श्रद्धालुओं को 14 दिन के होम आइसोलेशन या क्वारंटाइन किया जाएगा। बताया कि मेला क्षेत्र में दो जगह स्वास्थ्य कैंप लगेंगे। इसमें दवाएं और जरूरी स्वास्थ्य परीक्षण की पुख्ता व्यवस्था होगी। इस बार जारी की गई एसओपी के अनुसार भंडारा लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस नियम से भंडारा लगाने वालों को मायूस होना पड़ा है। भंडारे की सुविधा न होने से तीर्थ यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।