देहरादून। राष्ट्रीय इंडिया मिलिट्री कालेज (आरआइएमसी) में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्रवेश लेने के मामले में कैंट कोतवाली पुलिस ने दो छात्रों के परिजन के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। दोनों छात्र मध्यप्रदेश के ग्वालियर और भिंड जनपद के रहने वाले हैं, दोनों ने आठवीं में प्रवेश लिया था। दोनों मुकदमे लेफ्टिनेंट कर्नल आरआइएमसी अभिषेक राणा की तहरीर पर दर्ज किए गए हैं।
पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि दोनों छात्रों की उम्र अधिक होने पर उनके स्वजन ने बर्थ सर्टिफिकेट से लेकर उनके नाम और अन्य दस्तावेज भी फर्जी बना दिए। पुलिस के अनुसार, मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी पप्पू तोमर ने बेटे प्रथम तोमर को आरआइएमसी में दस जून 2022 को आठवीं में प्रवेश दिलाया था। जांच में बेटे की जन्मतिथि, निवास और बाकी के जो प्रमाण पत्र दिए गए थे, वे फर्जी निकले। 14 मार्च और 22 अक्टूबर 2020 को इसी छात्र ने अनुराग सिंह तोमर नाम से आवेदन किया था। तब जन्मतिथि 26 सितंबर 2008 बताई थी। प्रवेश सत्र के तहत 27 मार्च 2021 को किए गए आवेदन में नाम प्रथम तोमर और जन्मतिथि 10 मई 2010 बताई गई।
दूसरे मामले में युवराज सिंह निवासी गोहद जिला भिंड मध्य प्रदेश ने अपने बेटे शिव प्रताप सिंह को 20 सितंबर 2022 को आरआइएमसी में आठवीं में भर्ती करवाया था। जांच में छात्र का बर्थ सर्टिफिकेट, निवास और शैक्षिक दस्तावेज फर्जी निकले। कैडेट के स्वजन ने 19 मार्च और 18 नवंबर 2020 को भी बेटे के एडमिशन के लिए आवेदन किया था।
तब छात्र का नाम शिव प्रताप सिंह था और जन्मतिथि आठ सितंबर 2008 बताई गई। 12 अप्रैल 2021 और 18 अक्तूबर 2021 को किए गए आवेदन में छात्र का नाम सिर्फ शिव था जबकि उसकी जन्मतिथि आठ मार्च 2010 बताई गई। इस अक्तूबर में आवेदन के बाद प्रवेश दिया गया। कैंट कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इस मामले में दोनों छात्रों के स्वजन के विरुद्ध जीरो एफआइआर दर्ज कर संबंधित थानों को भेज दी गई है।






