मिल गया हाकम सिंह पार्ट 2: सेक्शन ऑफिसर ने पत्नी के माध्यम से कराया पटवारी पेपर लीक, एसटीएफ ने किए चार गिरफ्तार

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हरिद्वार। उत्तराखंड में पटवारी परीक्षा पेपर के साथ ही हाकम सिंह रावत पार्ट-02 शुरू हो गया, और प्रदेश के युवाओं के साथ एक बार फिर छल किया गया।
पटवारी परीक्षा का भी पेपर लीक होने की आशंका 4 दिन पहले ही जता दी गई थी। इस मामले में चार लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक परीक्षा से एक दिन पहले पेपर हल कराया गया था। बड़ी बात यह भी है कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने ये परीक्षा कराई थी। अब इस मामले में लोक सेवा आयोग उत्तराखंड के सभी बड़े जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी है।
13 जिलों में 8 जनवरी 2023 को UKPSC पटवारी/लेखपाल परीक्षा हुई थी। परीक्षा में हजारों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए थे। 29 दिसंबर को आयोग की वेबसाइट पर एडमिट कार्ड जारी किये गए थे। UKPSC ने 391 पटवारी पदों के लिए भर्तियां जारी की थी। अब इस पेपर की लीक होने की खबर सामने आ रही है। सबसे बड़ा सवाल…ये नया हाकम सिंह रावत कहां से आ गया? हाकम सिंह रावत यानी उत्तराखंड की भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक करवाने वाला मास्टरमाइंड।
आयोग के भीतर के कर्मचारियों की ही इस मामले में संलिप्तता मिली है। 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ ने इस मामले में हरिद्वार के कनखल थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है। एसटीएफ की मानें तो यूकेपीएससी के सेक्शन ऑफिसर चतुर्वेदी ने अपनी पत्नी के माध्यम से ही पेपर लीक कराया था और बाद में इसे मोटी रकम लेकर बेचा गया। बिहारीगढ़ और क्षेत्र के छात्रों को रही है पेपर तैयार कराया गया। 35 छात्रों ने इस पेपर को खरीदा। संजीव चतुर्वेदी से फिलहाल एसडीएम ने साढ़े 22 लाख रुपए भी बरामद किए गए हैं। अब आगे की कार्रवाई किस ओर बढ़ती है, यह देखना होगा।
एसटीएफ को गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि कुछ व्यक्तियों द्वारा लोक सेवा आयोग द्वारा विगत 08 जनवरी 2023 को आयोजित लेखपाल/पटवारी परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से पूर्व लीक कर कतिपय अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया गया था। उक्त सूचना की पुष्टि हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा विस्तृत जाॅच की गई एवं जाॅच में आरोपो की पुष्टि होने पर उनके द्वारा दिनांक 12 जनवरी 2023 जनपद हरिद्वार के थाना कनखल में मु0अ0स0 12/23 धारा 409,420,467,468,471,120बी भा0द0वि0 व 3/4 उत्तर प्रदेश/उत्तराखण्ड सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) निवारण अधिनियम 1998 पंजीकृृत कराया गया। उक्त विवेचना में कार्यवाही करते हुये एस0टी0एफ0 द्वारा *निम्न अभियुक्तों को गिरतार किया गया है।
संजीव चतुर्वेदी, अनुभाग अधिकारी, अतिगोपन अनुभाग-3, राज्य लोक सेवा आयोग, उत्तराखण्ड, जनपद हरिद्वार, राजपाल पुत्र स्व0 श्री फूल सिंह नि0 ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेडी, जनपद सहारनपुर उ0प्र0 हाल निवासी ग्राम सुकरासा अम्बूवाला थाना पथरी जनपद हरिद्वार, संजीव कुमार पुत्र स्व0 श्री मांगेराम निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेडी सहारनपुर उ0प्र0 हाल निवासी फ्लैट नं0 जी-407 जर्स कन्ट्री ज्वालापुर थाना ज्वालापुर जनपद हरिद्वार,. रामकुंमार पुत्र सुग्गन सिंह नि0 ग्राम सेठपुर, लक्सर, जनपद हरिद्वार शामिल हैं।
लोक सेवा आयोग, उत्तराखण्ड द्वारा विगत 08.01.2023 को आयोजित लेखपाल की परीक्षा के प्रश्न पत्र तैयार करने में आयोग के अति गोपन कार्यालय के अनुभाग-3 द्वारा कार्य किया गया था। उक्त अनुभाग में नियुक्त अनुभाग अधिकारी संजीव चर्तुवेदी ने अपने कार्यालय से स्वॅय की अभिरक्षा से प्रश्न पत्र लीक किया और अपनी पत्नी रितु के साथ मिलकर लीक प्रश्न पत्र राजपाल व संजीव को उपलब्ध कराया। इसके एवज में संजीव चर्तुवेदी व रितु को नगद धनराशि देकर, उक्त प्रश्न पत्र संजीव तथा राजपाल ने रामकुमार व अन्य के माध्यम से अभ्यर्थियों में बाॅट कर उनको उ0प्र0 बिहारीगढ के पास स्थित माया अरूण रिजार्ट एंव ग्राम सेठपुर लक्सर हरिद्वार व अन्य स्थानों में पढाया। विवेचना में वर्तमान तक लगभग 35 अभ्यार्थियों द्वारा परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र प्राप्त होना संज्ञान में आया है विवेचना प्रचलित है अन्य अभियुक्तो एवं उनके द्वारा अवैध रूप से अर्जीत धनराशि के सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है।

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