जेई-एई परीक्षा प्रकरण: एसआईटी ने नकल माफिया कोचिंग सेंटर गठजोड़ का खुलासा, कोचिंग सेंटर मालिक गिरफ्तार

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हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सख्ती नकल माफियाओं पर जारी है जेई/एई परीक्षा प्रकरण में एसआईटी हरिद्वार ने की चौथी गिरफ्तारी कर ली है। इतना ही नहीं एसआईटी हरिद्वार ने नकल माफिया और संदिग्ध कोचिंग सेंटर के गठजोड़ का भी खुलासा किया है। यह सेंटर प्रश्न लीक कराकर मोटी रकम वसूलते थे। किसी कारणवश चयन न होने पर पूरी परीक्षा निरस्त कराने का खेल भी आया सामने, कोचिंग इंस्टीट्यूट मालिक के संपर्क में छात्र संगठनों के लोग भी थे।
हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि यूपी बॉर्डर पर भी एसआईटी हरिद्वार ने नकल सेंटर को खोज निकाला है। इंस्टीट्यूट के संपर्क में आए छात्र संगठनों द्वारा परीक्षा लीक प्रकरण में पुनः परीक्षा के लिए गोपनीय सहयोग की बात भी प्रकाश में आए हैं। बताया कि परीक्षाएं निरस्त होने पर छात्र कथित कोचिंग सेंटरों में साल भर कोचिंग के लिए एडमिशन लेते हैं।
बताया कि हरिद्वार देहात क्षेत्र तथा देहरादून के कुछ संदिग्ध कोचिंग सेन्टर एसआईटी के रडार पर हैं। परीक्षा निरस्त कराने के लिए फंडिंग के लिए कुछ छात्रों के बयानों में भी एसआईटी को मिली है।
पूर्व में तीन अभियुक्तों के कब्जे से कुल 07 लाख रुपए की अवैध अर्जित नगदी और विभिन्न बैंकों के ब्लैंक चैक बरामद किए जा चुके है।
एसएसपी ने बताया कि प्रश्न लीक के साक्ष्य मिलने पर तीन फरवरी को मुख्यमंत्री उत्तराखंड के आदेश पर थाना कनखल में मुकदमा दर्ज किया गया था।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जेई, एई प्रश्न लीक प्रकरण में एसआईटी हर एंगल से जांच कर रहे हैं। हर आरोपी का जेल जाना तय है।
कहा कि एसआईटी टीम ने पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर उक्त परीक्षा प्रश्न लीक आउट करने में विवेचना के दौरान प्रकाश में आए मुख्य अभियुक्त कोचिंग सेंटर संचालक विवेक ऊर्फ विक्की को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है ।
प्रारंभिक पूछताछ पर अभियुक्त द्वारा बताया गया कि यह वर्तमान में रुड़की में जीनियस नाम से कोचिंग सेंटर संचालित करता है जिसमें जेई के परीक्षार्थियों को परीक्षा की तैयारी करता है । अधिक पैसे कमाने के लालच में इसके पेपर लीक करने वाले गिरोह में शामिल होकर कुछ अभ्यर्थी से पेपर देने के एवज में 19 लाख रुपए तय किए जिनसे एडवांस के तौर पर कुछ धनराशि एवम ब्लैंक चेक लिए गए । अवैध धनराशी में से कोचिंग सेन्टरों में एलईडी आदि जिनका मुल्य करीब 8.5 लाख है।
अभियुक्त द्वारा बताया गया कि अगर मेरी कोचिंग सेंटर से ज्यादा लड़के सेलेक्ट होंगे तो मेरे कोचिंग का नाम होगा। तभी ज्यादा लड़के मेरे कोचिंग सेंटर पर आएंगे। अगर मेरे सेंटर से लड़के सेलेक्ट नहीं होते हैं तो हम परीक्षा रद्द कराने के लिए पैसा देकर धरना प्रदर्शन भी करा देते है।
एसआईटी ने बताया कि विवेक कुमार उर्फ विक्की पुत्र जयपाल सिंह निवासी ग्राम चुड़ियाला थाना भगवानपुर हरिद्वार हाल संचालक (जीनियस ) कोचिंग इंस्टीट्यूट है। अभार्थियो से लिए दो लाख रुपए नकद,चार ब्लैंक चेक (अभ्यर्थियों से लिए गए) एलाईडी आदि बरामद हुए हैं।
एसआईटी ने अब तक संजीव कुमार पुत्र वैध्यनाथ भगत निवासी मौहल्ला शिवपुरी थाना व जिला सहरसा बिहार हाल पता F 310 भागीरथ आवासीय कालोनी लोक सेवा आयोग उत्तराखण्ड कनखल हरिद्वार, नितिन चौहान पुत्र ब्रह्मपाल निवासी अन्नेकी सिडकुल हरिद्वार, सुनील सैनी पुत्र ज्ञानचन्द सैनी निवासी पुर्वावाला थाना कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार,
विवेक कुमार उर्फ विक्की पुत्र जयपाल सिंह निवासी ग्राम चुड़ियाला थाना भगवानपुर हरिद्वार उम्र 25 वर्ष। आज गिरफ्तार किया है।

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