गैरसैंण। समाज कल्याण विभाग की पेंशन भुगतान प्रणाली में कैग ने गंभीर खामियां पाई है। विधवा पेंशन और वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत हजारों खाते एक ही मोबाइल नम्बर से लिंक मिले हैं।
कैग की रिपोर्ट के अनुसार विधवा पेंशन योजना में 8661 और वृद्धावस्था पेंशन योजना में 3102 लाभार्थियों के डेटा बेस में भारी गड़बड़ी पाई गई है। कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि योजना के तहत एक नम्बर से 4217 खाते जुड़े हुए मिले। इसी तरह एक अन्य नम्बर से 103 खाते, एक नम्बर से 100 तो दूसरे नम्बर से 1517 लाभार्थी जुड़े मिले हैं। कैग ने कहा कि इससे साफ है कि योजना में भुगतान की प्रक्रिया अभी तक पारदर्शी नहीं हो पाई है। कैग ने इसे गंभीर खामी माना है।
अन्य लोगों के खातों में भी पेंशन भुगतान समाज कल्याण में पेंशन भुगतान में किस कदर गड़बड़ी हो रही है वह इससे साफ होता है कि कैग की जांच में देहरादून और हरिद्वार में कुछ ऐसे भी मामले सामने आए की लाभार्थियों की पेंशन दूसरे लोगों के खाते में डाला जा रहा है।
कैग ने इस संदर्भ में समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से जानकारी मांगी तो विभाग ने कहा कि पेंशन के लिए डीबीटी के तहत भुगतान में मोबाइल नम्बर होना अनिवार्य है। कई लोग मोबाइल नम्बर दर्ज नहीं करते जिज़ वजह से बैंक खातों से गलत नम्बर दर्ज हो गए।
कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि समाज कल्याण विभाग लाभार्थियों को समय पर 99 पेंशन भुगतान समय पर नहीं कर पाया।
कैग ने पाया कि विभाग की पेंशन योजनाओं में न केवल एक मोबाइल नम्बर से कई खाते जुड़े हैं बल्कि एक आधार से भी दो से अधिक पेंशन दी जा रहीं हैं। 6 लाख खातों की जांच के बाद पाया गया कि 17 पेंशन भोगियों को 13 आधार संख्याओं के आधार पर 26 पेंशन के माध्यम से 3 लाख 48 हजार मंजूर कर दिए।
समाज कल्याण की पेंशन भुगतान प्रक्रिया में गड़बड़ी को बताते हुए कैग में कहा कि 6 लाख खातों की जांच से पता चला कि 50 लाभार्थियों 38 बैंक खातों में 76 पेंशन के माध्यम से 27 लाख का भुगतान किया गया। कैग ने कहा कि पड़ताल में 16 पेंशन भोगियों को एक साथ दो-दो पेंशन भुगतान के मामले सामने आए हैं।
कैग ने पाया कि समाज कल्याण विभाग ने कई पेंशनर्स को तय पेंशन से अधिक का भुगतान किया गया। जिससे 2 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ।