आईजी ने की महिला पुलिस के कामों की समीक्षा: अब “गौरा शक्ति चीता स्क्वार्ड” व गौरा दीदी योजना भी होगी शुरु

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हल्द्वानी। पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र डॉ. नीलेश आनन्द भरणें द्वारा परिक्षेत्र के जनपदों के महिला हैल्प लाईन,महिला हैल्प डेस्क , ए0एच0टी0यू0 प्रभारियों के कार्यों की वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा की। कहा है कि जनपद ऊधमसिंहनगर स्पेशल महिला स्क्वार्ड को मजबूत किया जाएगा। इसके लिए तीन वाहन(स्कूटी) उपलब्ध कराई गई है, जिनके द्वारा वर्ष में अब तक के 33 शिकायतें प्राप्त हुई है, जिनका मौके पर निस्तारण किया गया है।
चम्पावत जिले में एक वाहन (स्कूटी) उपलब्ध है जिनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। जो कि काफी कम है ऐसा प्रतीत होता है दोनों जनपदों द्वारा कार्य में रुचि नहीं ली जा रही है । भविष्य मे समीक्षा किये जाने पर यदि स्थिति यही रही तो इनके वाहनों को परिक्षेत्र के कार्यालय में वापस कर जो अच्छा कार्य कर रहा है उनको आवंटित किया जायेगा।

कहा कि जनपद नैनीताल को 10 वाहन (स्कूटी) उलब्ध है जिन्हें कुल 1652 शिकायतें प्राप्त हई तथा उनके द्वारा 1603 शिकायतों का निस्तारण किया गया जो कि अच्छी कार्यवाही है, नैनीताल टीम को अधोहस्ताक्षरी द्वारा पुरुस्कृत करने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल को निर्देशित किया जाता है।
जनपद अल्मोडा को 5 वाहन(स्कूटी), पिथौरागढ को 03 वाहन(स्कूटी), आवंटन है जिनके द्वारा संतोषजनक कार्यवाही की गयी है।
आईजी ने बताया कि गौरा शक्ति मॉंड्यूल में अब तक कुमाऊँ परिक्षेत्र के जनपदों द्वारा 44307 पंजीकर कर 30731 पंजीकरणकर्तओं को कॉल वापस की गयी है। जिसमें सभी जनपदों की कार्यवाही संतोषजनक है। भविष्य में पंजीकरण को और अधिक बढाये जाने की आवश्यकता है। गौराशक्त मॉंड्यूल के बारे मे गोष्ठी में उपस्थित अधि0/कर्म0 गणों को मॉडूयल के बारे में जानकारी ली गयी तो जनपद ऊधमसिंह नगर के महिला हैल्पलाईन काशीपुर में नियुक्त महिला आरक्षी निधि उपाध्याय द्वारा विस्तृत जानकारी दी , उक्त महिला आरक्षी को पुरुस्कृत करने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधमसिंहनगर को निर्देशित किया जाता है।
महिलाओं के अधिकारो/कानून सम्बन्धी जानकारी एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण हेतु जागरुता कार्यक्रम पर चर्चा हुई। जनपद ऊधमसिंह नगर द्वारा कुल 290 कार्यक्रम का आयोजन कर 29179 को लाभान्वित किया गया, इसी प्रकार जनपद नैनीतल द्वारा 491 कार्यक्रम 26604 , अल्मोडा द्वारा 294 कार्यक्रम 14988, पिथारौगढ द्वारा 966 कार्यक्रम 1950, बागेश्वर द्वारा 394 कार्यक्रम 19617 तथा चम्पावत द्वारा 136 कार्यक्रम 10230 महिलाओं को लाभान्वित किया गया । परिक्षेत्रीय स्तर पर कुल 2571 जागरुकता कार्यक्रम कर 1,02568 महिलाओ को लाभान्वित किया गया


इसी प्रकार परिक्षेत्रीय जनपदों द्वारा महिला रक्षा सुरक्षा हेतु 258 आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर 23792 महिलाओ को आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान किया गया महिला हैल्प लाईन काउन्सिलिंग सैल की समीक्षा की गई। वर्ष में अब तक परिक्षेत्र के जनपदों, ऊधमसिंह नगर में प्रकरण कुल 893 निस्तारित 717, नैनीताल 529 निस्तारित 377, अल्मोडा 26 निस्तारित19, पिथौरागढ 59 निस्तारित 48, बागेश्वर 97 निस्तारित 78 तथा चम्पावत में 84 प्रकरण निस्तारित 76 किये गये ।
इसी प्रकार कुमाऊँ परिक्षेत्र के महिला हैल्प लाईन द्वारा 1688 प्रकरण में से 1315 का निस्तारण किया गया, जिसमें 573 में आपसी समझौता , 89 में अभियोग पंजीकृत , 429 में मा0 न्यायालय से कार्यवाही तथा 138 में शिकायतकर्ता द्वारा कोई कार्यवाही न चाहने हेतु तथा 86 अन्य प्रकार से निस्तारित ।
जनपद बागेश्वर महिला हैल्प लाईन प्रभारी उ0नि0 मीना रावत द्वारा अवगत कराया कि चूँकि महिला हैल्प लाईन जनपद मुख्यालय में स्थित है जिसमें दूर-दराज के लोग जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है वो नहीं आ पाते तो, उनकी सम्बन्धित थाने के महिला हैल्प डैस्क में काउन्सिलिंग कराकर निस्तारण किया जा रहा है जिस पर अधोहस्ताक्षरी द्वारा सम्बन्धित महिला हैल्प डैस्क एवं महिला काउसिलिंग सैल को पुरुस्कृत करने हेतु पुलिस अधीक्षक बागेश्वर को निर्देशित किया ।
महिला हैल्प डेस्क में कुमाऊँ परिक्षेत्र के जनपदों के थानों में वर्ष में अब तक महिला डैस्क को कुल 5064 प्रकरण प्राप्त हुए जिसमें 2739 प्रकरणों का मौके पर निस्तारण किया गया । जिसमे सर्वाधिक जनपद ऊधमसिंहनगर द्वारा 1353 में 711 तथा नैनीताल द्वारा 1652 में 661, अल्मोडा द्वारा 746 में से 630 , जनपद पिथौरागढ द्वारा 633 में से 401 , जनपद बागेश्वर द्वारा 110 में से 67 तथा जनपद चम्पावत द्वारा 570 में 269 प्रकरणों का महिला हैल्प डैस्क द्वारा निस्तारण किया गया
आईजी डॉ भरणे ने कहा कि गोष्ठी में जनपदों में नियुक्त महिला चीता /स्पेशल महिला स्क्वार्ड को “गौरा शक्ति चीता स्क्वार्ड” का नाम दिया जाये । जिसका सभी थानो में गठन कर उनके नाम व मोबाईल नम्बर इस कार्यालय को उपलब्ध कराये जाये। प्रत्येक थाने में नियुक्त महिला उपनिरीक्षक द्वारा क्षेत्र के एक बालिका/महिला क्रमशः स्कूल/कालेज को गोद लेकर अध्ययनरत बालिकाओ/महिलाओं को महिला अधिकारों एवं कानूनों की समय-समय जानकारी दी जाये तथा अपना मोबाईल नम्बर सभी छात्राओं को उपलब्ध कराये ।


इस योजन को “गौरा दीदी योजना” के नाम से चलाया जाये ।
प्रत्येक महिला उपनिरीक्षक का नाम , मोबाईल नम्बर तथा गोद लिये गये स्कूल कालेज का नाम इस कार्यालय को 07 दिवस के भीतर उपलब्ध कराया जाये ।
गौरा दीदी योजना के कार्यों का परिवेक्षण जनपद स्तर पर महिला काउसिंलिंग सैल प्रभारी द्वारा किया जायेगा जिनका दायित्व होगा कि वह सूचना समय से परिक्षेत्र कार्यालय को उपलब्ध कराये ।
महिला हैल्प डैस्क थाने का आईना होता है हैल्प डैस्क में आगन्तुक के बैठने,पानी , अख्बार, कागज , पैन आदि की समुचित व्यवस्था की जाये ।
आईजी ने कहा किहैल्प डैस्क में नियुक्त अधिकारी और /कर्मचारी का व्यवहार कुशल होना चाहिए, आगन्तुकों को शत- प्रतिशत रिसिविंग दी जाये । परिक्षेत्र के एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के कार्यों की स्थिति संतोषजनक रही जिमसें उनके कार्यों में और अधिक गुणवत्ता लाने की आवश्यकता है जिसमें छापा, चैकिंग, सत्यापन की कार्यवाही अधिक से अधिक की जाये ।

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