हल्द्वानी। कोविड -19 के नोडल एवं शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत जिलाधिकारी धीराज गब्याॅल से कहा है कि कोरोना पाॅजिटिव मरीजों के इलाज में प्राइवेट अस्पतालोंकी लापरवाही सामने आ रही है। जरूरी है कि मनमानी पर सख्ती से लगाम लगाई जाए।
श्री भगत ने सर्किट हाउस में 18 से 44 वर्ष के लोगो के वैक्सीनेशन के साथ ही जनपद में कोरोना संक्रमण के रोकने के लिए किये जा रहे कार्यो तथा कोविड मरीजों के इलाज की गहन समीक्षा की। समीक्षा बैठक में विधायक नवीन दुम्का, दीवन सिंह बिष्ट, राम सिंह कैडा, मेयर डाॅ. जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट तथा जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल भी मौजूद थे। मंत्री श्री भगत ने कहा कि सुशीला तिवारी अस्पताल कुमाऊॅ का एक मात्र अस्पताल है जहां बडी संख्या में कोविड संक्रमित मरीजों का इलाज लाज किया जा रहा है। उन्होने बताया कि इस चिकित्सालय को जल्द ही 75 लाख की लागत के अतिरिक्त उच्च गुणवत्ता के पाॅच वेेन्टिलेटर भी उपलब्ध कराये जायेगे। उन्होने जिलाधिकारी से कहा कि 18 से 44 वर्ष के युवा वर्ग के लिए जो वैक्सीनेशन का कार्य प्रारम्भ हो गया है उसका विशेष अनुश्रवण किया जाये तथा वैक्सीनेशन केन्द्रो की संख्या में और बढोत्तरी की जाये तांकि जिले के पर्वतीय क्षेत्रों के युवाओं को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उन्होने जिलाधिकारी से कहा कि 14 मई को ऊॅचापुल (कुसुमखेडा) में वैक्सीनेशन के लिए विशेष शिविर का आयोजन कराए। इसके साथ ही जिले के दुर्गम क्षेत्र कोटाबाग, कालाढॅूगी, बेतालघाट तथा ओखलकांडा में वैक्सीनेशन सेन्टरों की संख्या में इजाफा किया जाये तंाकि दूर दराज में रह रहे लोगो को वैक्सीनेशन का लाभ मिल सके।
श्री भगत ने जिलाधिकारी से कहा कि जो लोग आवागमन की सुविधा न होने के कारण सैम्पल देने नही आ पा रहे है ऐसे लोगों के पास मोबाईल वेन सैम्पल कलैक्शन के लिए भेजी जाये। उन्होने कहा कि एंटीजन तथा आरटीपीसीआर सैम्पलिंग के लिए स्थानीय प्राइवेट पैथोलोजी लैब का भी भरपूर उपयोग किया जाये। श्री भगत ने जिलाधिकारी को प्राइवेट अस्पतालों पर लगाम लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी प्राइवेट अस्पताल प्रतिदिन अनिवार्य रूप से कुल बेडो की संख्या, आवंटित बेडो की संख्या तथा रिक्त बेडो की संख्या को प्रतिदिन अस्पताल के नोटिस बोर्ड पर चस्पा करें इसके अलावा सभी अस्पताल अनिवार्य रूप से रेट लिस्ट भी लगाये। उन्होने स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन को निर्देश दिये कि जो भी निजी अस्पताल संचालक मनमानी करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही कि जाये। इसके लिए तुरन्त चैकिंग अभियान चलाया जाये। श्री भगत ने कहा कि ड्रग विभाग अपनी जिम्मेदारी को निभाने के लापरवाही कर रहा है। स्वास्थ्य एवं ड्रग विभाग को संयुक्त रूप से प्रभावी कार्यवाही करनी होगी। जहां कही भी निजी अस्पतालों या मेडिकल स्टोर में अनियमितताएं, ओवर रेटिंग, जमाखोरी मिले तो उनके खिलाफ पुलिस, प्रशासन सख्त से सख्त कार्यवाही करें। उन्होने समीक्षा के दौरान कहा कि मिनी स्टेडियम में जो कोविड अस्पताल बनाया गया है जो प्रत्येक बेड के साथ आॅक्सीजन की व्यवस्था अवश्य की जाये।
श्री भगत ने बताया कि जिले में आॅक्सीजन भण्डारण के लिए 20 मैटिक टन के दो स्टोरेज टैक बनाये जा रहे है उनको एक सप्ताह के भीतर क्रियाशील कर दिया जाये तांकि जिले में आॅक्सीजन का भण्डारण बना रहें और कोई दिक्कत न रहें। उन्होने कहा कि विभिन्न अस्पतालो से निकलने वाले बायोमैटिक बेस्ट के निस्तारण की उचित व्यवस्था की जाये इसके लिए जरूरी है कि बेस्ट निस्तारण के इनसेनीरेटर लगाये जाये। उन्होने जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिये कि जिले में किसी को खाद्यान की कोई कमी ना हो शासन द्वारा निर्धारित खाद्यन का कोटा सस्ते गल्ले की दुकानो से मानको के अनुसार होना चाहिए इसका अनुश्रवण खाद्य विभाग को नियमित रूप से करना चाहिए।
बैठक में मेयर डाॅ. जोगोन्द्र पाल रौतेला ने बताया कि अस्पतालों से बडी मात्रा में बायोमेडिकल बेस्ट जैसे गलब्ज, पीपीई किट व अन्य सामाग्री खुले में फैक दी जा रही है जिससे संक्रमण फैलने की सम्भावना बन रही है। इस बेस्ट के निस्तारण के लिए इनसेनीरेटर लगाये जाने आवश्यक है। बैठक के उपरान्त मंत्री श्री भगत ने सुशीला तिवारी अस्पताल में निर्माणधीन आॅक्सीजन प्लाट का भी निरीक्षण किया तथा इस प्लाट को जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। एसटीएच के डाॅ. अरूण जोशी ने बताया कि वेन्टिलेटर की काफी कमी है इस पर श्री भगत ने कहा कि लगभग 25 साल तक चलने वाले उच्च गुणवत्ता के पाॅच वेन्टिलेटर तत्काल उपलबध कराये जाये तांकि मरीजो के ईलाज में कोई कठिनाई न हो।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी, सिटी मजिस्टेªट प्रत्यूष सिंह, उपजिलाधिकारी विवेक राय, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, डाॅ. एचएस धामी, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. रश्मि पंत आदि मौजूद थे।