सितारगंज जेल से मांगी गई हल्द्वानी की महिला कारोबारी से 50 लाख की रंगदारी, पांच गिरफ्तार

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हल्द्वानी। हल्द्वानी की महिला ज्वेलसॅ को फोन पर 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने सितारगंज जेल में बंद सजायाप्ता की दो महिला मित्र, भाई समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। कैदी को रिमाड़ पर लिया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक श्रीमती रीता खंडलेवाल पत्नी स्व- पंकज खण्डेलवाल निवासी 145 पालम सिटी रामपुर रोड़ हल्द्वानी की बाजार में जय गुरु ज्वैलसॅ के नाम से दुकान है। हाल ही में रीता खंडेलवाल ने कोतवाली में तहरीर दी कि दल्लू नाम का व्यक्ति द्वारा वादिनी की दुकान जय गुरु ज्वैलर्स के मोबाइल फोन पर 50 लाख रुपये की फिरौती माँगने तथा न देने पर वादिनी व उसके बच्चो को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया। तहरीर पर पुलिस ने रंगदारी का मुकदमा दर्ज किया। घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निदेॅश के बाद पुलिस अधीक्षक नगर हल्द्वानी के निर्देशानुसार क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी के पर्यवेक्षण में तत्काल पुलिस व एस ओ जी की संयुक्त टीमो का गठन किया गया। धमकी दिये जाने वाले मोबाईल के संबंध मे सर्विलांस के माध्यम से जानकारी की गयी तो उक्त नम्बर घटना के समय केन्द्रीय कारागार सितारंगज मे क्रियाशील था। केन्द्रीय कारागार मे पूछताछ व जानकारी की गयी तो उक्त नम्बर दुर्गाप्रसाद निवासी रुद्रपुर जो हाईटैक एटीएम के पास मौजे की दुकान लगाता है के नाम पर दर्ज है परन्तु पूछताछ में दुर्गाप्रसाद द्वारा घटना मे प्रयुक्त नम्बर का कभी भी प्रयोग करना नहीं बताया गया , जाँच मे ज्ञात हुआ दुर्गाप्रसाद की बगल में महेन्द्र गंगवार व नरेन्द्र गंगवार छतरी लगाकर सिम का काम करते थे। महेन्द्र और नरेन्द्र दोनों फुफेरे भाई है तथा इनकी दोस्ती दीपक राठौर पुत्र श्याम चरण राठौर जो हुण्डई रुद्रपुर में काम करता है से थी। दीपक का भाई राहुल राठौर हत्या के मुकदमे मे आजीवन कारावास की सजा से दण्डित हुआ है और वर्तमान में केन्द्रीय कारागार सितारगंज मे निरुद्ध है । इसी बीच राहुल राठौर ने अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिये प्रभावशाली व पैसे वाले लोगो से रंगदारी वसूलने की योजना बनाई और इसके लिये उसने अपने महिला मित्र अंकिता पत्नी धीरेन्द्र कुमार और अंजलि उर्फ अंजू पत्नी अजय रस्तोगी जो उसे जेल मे मिलने आते जाते रहते थे को एक फर्जी सिम की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी दी। इसके लिये अपने भाई दीपक राठौर की मदद लेने के लिये भी कहा। इसके उपरांत अंकिता और अंजलि ने दीपक राठौर से सम्पर्क किया और राहुल राठौर की योजना के बारे में बताया तो दीपक ने अपने मित्र महेन्द्र और नरेन्द्र जो सिम कार्ड का काम करते थे से सम्पर्क किया तो इन लोगो ने इसके लिये हामी भर ली और इस बीच उनके बगल पर मौजे बेचने वाले का काम करने वाले दुर्गाप्रसाद जिसने अपने वोडाफोन के नम्बर बंद होने के बारे मे महेन्द्र को बताया तो महेन्द्र ने उससे कहा कि तुम अपना नम्बर को एयरटेल मे पोर्ट करा लो और तुम्हारा नम्बर फिर से शुरु हो जायेगा जिसके लिये दुर्गा प्रसाद ने हामी भर ली और इन लोगो द्वारा दुर्गाप्रसाद से आधार कार्ड की तीन चार फोटो कापी पर हस्ताक्षर कराकर रख लिये और दुर्गाप्रसाद के आधार कार्ड की फोटो अपने मोबाईल से खींची और उसके अंगूठे पर बायोमैट्रिकी साईन दो तीन बार ले लिये । उसके बाद इन लोगो ने दुर्गाप्रसाद के आधार कार्ड से एक एयरटेल का सिम एक्टिवेट कराया जिसे दीपक राठौर के माध्यम से अंकिता यादव ने राहुल राठौर को सितारगंज जेल मे जाकर दिया जहाँ पर राहुल राठौर ने दिनांक 01/02/2021 को मुकदमा वादिनी से फोन पर दल्लू बनकर रंगदारी की माँग की इसके बाद उसने सिम व मोबाईल को जेल परिसर मे ही नष्ट कर दिया । उपरोकेत घटनाक्रम व साक्ष्यो के आधार पर अभियुक्त दीपक राठौर, महेन्द्र सिंह गंगवार , नरेन्द्र सिंह गंगवार अंकिता व अंजली को गिरफ्तार किया गया है। सितारगंज जेल में बंद राहुल राठौर की रिमाण्ड की कार्यवाही की जा रही है। पुलिस टीम में हल्द्वानी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार 1-निरीक्षक मनोज रतूड़ी (प्रभारी एस ओ जी), उप निरीक्षक प्रथम मंगल सिंह जितेन्द्र कुमार (एस ओ जी) प्रकाश सिंह मेहरा, गिरीश भट्ट एस ओ जी,कैलाश नेगी, किशन चन्द्र शर्मा -सर्विलांस दिलवर भण्डारी, चन्दन सिंह नेगी, कुन्दन कठायत,उमेश पंत,वंशीधर जोशी, बीरेन्द्र चौहान,इसरार अहमद शामिल थे।

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