हल्द्वानी। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में ग्राम स्तर तक संघन कोविड जांच करते हुए उन्हें आईवरमैक्टीन गोली के साथ ही होम आईसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आईसोलेशन किट वितरित करने के निर्देश दिये। उन्होने जनपद में कोरोना जांच के साथ ही कोविड वैक्सीनेशन की विस्तृत जानकारी ली उन्होने निर्देश दिये कि शहरी क्षेत्रों के ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी 45 वर्ष प्लस के साथ ही 18 से 45 वर्ष के लोगो का भी वैक्सीनेशन कैम्प लगाये। जिले के दुर्गम क्षेत्रों में रह रहे बुर्जुगों को जो वैक्सीनेशन सेन्टर में आने के असमर्थ है उन्हें चिन्हित कर उनके वैक्सीनेशसन की प्राथमिकता से व्यवस्था की जाये।
जिलाधिकारी श्री गर्ब्याल ने निर्देश दिये कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में 20-20 होम आईसोलेशन किट दिये जाये तांकि ग्रामीण क्षेत्रों में जिन व्यक्तियों में कोविड लक्षण पाये जाते है तो उन्हे शीघ्रता से दवा उपलब्ध कराई जा सके। इसी तरह उन्होने जनपद के प्रत्येक सीएचसी व पीएचसी में चिकित्सकों की निगरानी में 100-100 होम आईसोलेशन किट रखने के भी निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिये तांकि चिकित्सायल में कोविड जंाच दौरान लक्षण पाये जाने वाले मरीजों को चिकित्सालय से ही होम आईसोलेशन दवा किट दी जा सके। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को सभी आशा वर्कस व बीएलओ तथा अन्य कोविड डयूटी में लगे कामिकों को मास्क, फेसशील्ड, दस्ताने, सैनिटाईजर उपलबध कराने के निर्देश दिये।
इंसीडेन्ट कमांडर/मुख्य विकास अधिकारी श्री नरेन्द्र सिंह भण्डारी ने कहा कि जनपद में 13 लाख आईवरमैक्टीन दवा गोलियां प्राप्त हो चुकी है जनपद के प्रत्येक ब्लाक में एक-एक लाख (गोलियां) उपलब्ध करा दी गई है जिन्हें बीएलओ के माध्यम से ग्रामवार वितरित किया जायेगा। सभी उपजिलाधिकारी अपने क्षेत्रों में दवाईयां व अन्य सामाग्री वितरण के लिए नोडल अधिकारी होगे तथा नियमित डाटा कन्ट्रोल रूम उपलब्ध करायेगे। मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. भागीरथी जोशी ने बताया कि जनपद में 13 लाख आईवरमैक्टीन गेालियां प्राप्त हो चुकी है शीघ्र ही शेष गेालियां भी जल्द उपलब्ध हो जायेगी। उन्हांेनेे बताया कि 3 हजार सैनिटाइजर बोतल, 6 हजार दस्ताने, मास्क व फेसशील्ड आशा, बीएलओ, स्वास्थ्य कर्मिक हेतु उपलब्ध करा दिये गये है। उन्होने बताया कि आईवरमैक्टीन की गोलियां 15 वर्ष के ऊपर के लोगो को 6 गोलियां दी जायेगी, जो उन्हें सुबह-शाम दिन में दो बार तीन दिन तक खानी होगी। इसी तरह 10 से 15 वर्ष उम्र तक के बच्चों को तीन गोली दी जायेगी जो उन्हें प्रत्येक दिन खानी होगी। गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं, लीवर समबन्धि रोगी एवं 02 वर्ष से छोटे बच्चों को आईवरमैक्टीन दवा नही दी जानी है।
बैठक में जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. रश्मि पंत, सिटी मजिस्टेªट प्रत्यूष सिंह, महाप्रबन्धक उद्योग विपिन कुमार, समस्त उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारी मौजूद थे।