दिल्ली। भारत में आई कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने के बाद अब केंद्र और राज्य सरकारें लाॅक डाउन से अनलॉक की तरफ कदम बढ़ाने का मन बना रही हैं।
इस लॉकडाउन के दौरान कई तरह की आर्थिक गतिविधियां बंद होने की वजह से छोटे व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। गौरतलब है कि देश के कई राज्यों में इस माह के अंत तक के लिए लॉकडाउन जारी है।
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश से सबसे अधिक मामले सामने आए थे। ये पूरे भारत से आने वाले मामलों की तुलना में करीब 36 फीसद थे। अब इनमें तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि अब तमिलनाडु, केरल, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं। इन राज्यों का देश की जीडीपी में करीब 25 फीसद का योगदान है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस बात की घोषणा कर चुके हैं कि 31 मई से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लेकिन ये तभी होगा जब कोरोना से आने वाले नए मामलों में गिरावट का रुख जारी रहेगा। दिल्ली के उप राज्यपाल, मुख्यमंत्री और दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथरिटी की बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया है।हालांकि अनलॉक की प्रक्रिया कैसी होगी अभी इसका कोई खुलासा नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि पहले की ही तरह चरणबद्ध तरीके से अनलॉक को अंजाम दिया जाएगा। शुरुआत में कंस्ट्रक्शन और फैक्ट्रियों को खोला जाएगा। शुरुआत में दिल्ली के मुख्यमंत्री के मुताबिक उन्होंने बैठक के दौरान इसकी सलाह भी दी है।
यहां पर सरकार कोविड प्रोटोकॉल के साथ दिल्ली मेट्रो को शुरू करने की इजाजत दे सकती है। इसके अलावा कुछ बाजारों को एहतियात के साथ खोला जा सकता है। सीमित संख्या के तहत शादी समारोह को भी छूट दी जा सकती है। लेकिन इन सभी जगहों पर कोविड-19 के लिए बनाए गए सभी प्रोटोकॉल का पालन कड़ाई से करना होगा। नियमों के तहत सरकारी दफ्तरों को भी खोला जा सकता है। ऐसा भी मुमकिन है कि शुरुआत में दफ्तर में आने वाले कर्मियों की सीमित संख्या और फिर धीरे-धीरे इसको बढ़ाया जाए।