हल्द्वानी। उत्तराखंड उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति कार्यपालक अध्यक्ष राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल / सीनियर जज उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड माननीय मनोज कुमार तिवारी ने बुधवार को हल्द्वानी सब कारागार का निरीक्षण, एस टी एच में लीगल ऐड क्लीनिक का उद्धघाटन किया। एफ टी आई में हरेला उत्सव पर पौध रोपण और बहुद्दशीय विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर में प्रतिभाग किया।
सब कारागार में सर्वप्रथम उन्होंने जेल में कैदियों के लिए बेकरी में व्यावसायिक प्रशिक्षण का कार्यक्रम शुभारम्भ किया किया। इस दौरान बेकरी में बन रहे विभिन्न खाद्य प्रदार्थों का निरीक्षण और विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बेकरी में व्यावसायिक प्रशिक्षण के बाद बंदी अपराधिक गतिविधियों को छोड़ आत्म निर्भर बन सकेंगे।
उन्होंने कारागार में पुरुष और महिला बंदियों से मुलाक़ात कर उनका हाल चाल जाना। साथ ही कारागार में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि एक साल में 266 मामलों में बंदियों की ओर से निशुल्क पैरवी हेतु अधिवक्ता उपलब्ध कराये गए हैं, जबकि करीब 1450 बंदियों को निशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराई गयी है।साथ ही समय समय में 12 से अधिक स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने हाथ से बने निर्मित वस्तुओं का भी निरीक्षण किया।इसके बाद उन्होंने सुशीला तिवारी अस्पताल में विधिक सेवा एवं सहायता केंद्र का उद्धघाटन किया। एसटीएच सभागार में डॉक्टरों के साथ बैठक कर स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। साथ कुमाऊँ के सबसे बड़े अस्पताल में बेहतर सुविधा देने के निर्देश दिए।
न्यायमूर्ति मनोज तिवारी की अध्यक्षता में एफटीआई, हल्द्वानी में पौराणिक लोकपर्व हरेला के उपलक्ष्य में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम – नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से प्राकृतिक पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के संबंध में जागरूक किया गया।उन्होंने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल के तत्वाधान में हरियाली का पर्व हरेला के उपलक्ष्य में 16जुलाई से 31जुलाई तक कुल पर्यावरण संरक्षण के कार्य और जागरूक अभियान चलाया जाएगा।
कहा कि गो ग्रीन गो क्लीन समूह व अन्य समूहों के सहयोग से जनपद के विभिन्न स्थानों पर 1000 पौधों का रोपण किया गया। साथ ही उन्होंने सभी से पर्यावरण के संरक्षण की अपील की। उन्होंने कहा पौधों के रोपण के पश्चात उनके संरक्षण का भी संकल्प लेना जरुरी है। आज के समय में ग्लोबल वार्मिंग के कारण तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। कोरोना काल के समय हमनें ऑक्सीजन के महत्व को समझा । ऑक्सीजन सर्जन के लिए हमें अधिकाधिक संख्या में वृक्षारोपण करना होगा और हम सभी को पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के क्षेत्र अपने स्तर से हर संभव प्रयास करना चाहिए।
कार्यक्रम में न्यायमूर्ति की उपस्थिति में समाज कल्याण विभाग के सहयोग से 06 दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर और 01 दिव्यांगजन को बैसाखी वितरित की गई। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहे गो ग्रीन गो क्लीन संस्था के सदस्यों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशों के क्रम में डीएलएसए नैनीताल द्वारा विगत माह बालश्रम, बाल अधिकार, महिला सशक्तिकरण, आजादी का अमृत महोत्सव, वृक्षारोपण आदि पर विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियों के मध्य पेंटिंग और स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले विद्यार्थियों प्रशस्ति पत्र वितरित किए गए।
इस दौरान कार्यक्रम में जिला न्यायाधीश सुबीर कुमार, सदस्य सचिव उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल प्रदीप मणि त्रिपाठी, प्रथम अपर जिला जज हल्द्वानी कुंवर अमनिंदर सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नैनीताल रवि प्रकाश, सहायक मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हल्द्वानी अखिलेश कुमार पांडे, विशेष कार्यकारी अधिकारी माननीय उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल अरुण बोहरा, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल बीनू गुल्यानी, सिविल जज सीनियर डिवीजन हल्द्वानी ज्योतिबाला, निदेशक एफटीआई हल्द्वानी, अपर जिला अधिकारी शिवचरण द्विवेदी, सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपई, एसपी सिटी प्रकाश चंद्र, तहसीलदार हल्द्वानी सचिन कुमार, जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी सुशील शर्मा आदि अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।