देहरादून। चमोली के तपोवन में बांध टूटने के बाद मची तबाही का मौके पर निरीक्षण करने के बाद वापस लौटे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अफसरों के साथ समीक्षा में जुट गए हैं। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि अभी तक 10 लोगों के शव बरामद हुए हैं। मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। इस बीच कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने आज उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत रावत ने स्थिति की समीक्षा करने के बाद देहरादून वापस आ गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं अब आपदा प्रबंधन दल से मिल रहा हूं जिसमें राज्य के अधिकारी और सेना और आईटीबीपी शामिल हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ग्लेशियर के फटने से हुए नुकसान के बारे में मैं चमोली जिले से जानकारी ले रहा हूं। इस कठिन समय में, हम त्रासदी से प्रभावित लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। उत्तराखंड के लोगों की भलाई के लिए मैं प्रार्थना करता हूं। उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करती हूं। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों से अनुरोध करती हूं कि वे राहत और बचाव के प्रयासों में लोगों एवं अधिकारियों की मदद करें। त्रासदी और संकट की इस घड़ी में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस उत्तराखंड के लोगों के साथ खड़ी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए कहा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से भीषण त्रासदी हुई है। पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी संवेदना है। अलकनंदा गंगा की सहायक नदी है और उत्तर प्रदेश के अंदर गंगा लगभग 1,000 किलोमीटर का रास्ता तय करती है। हमने अपने जल शक्ति विभाग को अलर्ट कर दिया है।