हल्द्वानी। उत्तराखंड राज्य स्थापना के 25वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में सारथी फाउंडेशन समिति ने माँ जगदम्बा बैंक्विट हाल में राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में पहाड़ी राज्य के कुछ क्षेत्र तक ही विकास सीमित रहने पर चिंता जताई गई।
उत्तराखंड के रजत जयंती समारोह में संस्था द्वारा प्रमुख राज्य आंदोलनकारियों में हुकुम सिंह कुंवर, बृजमोहन सिजवाली, कैलाश पाठक, पंकज सुयाल, मोहन पाठक एवं मोहन चंद्र तिवारी को बैच,पटका,शाॅल एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। संस्था के अध्यक्ष नवीन पंत ने राज्य स्थापना दिवस की सभी को बधाई देते हुए कहा कि संस्था हर वर्ष आंदोलनकारियों को स्थापना दिवस पर सम्मानित करती आ रही है। इस सिलसिले में आज भी सम्मानित करने का अवसर प्राप्त हुआ। सभी शहीदों को नमन किया। साथ ही अतिथियों का स्वागत किया।
प्रमुख आंदोलनकारी हुकुम सिंह कुंवर ने इन 25 सालों में राज्य में असमान्य विकास पर चिंता व्यक्त की। कहा कि उत्तराखंड राज्य पहाड़ी राज्य की अवधारणा पर बना, लेकिन सही नेतृत्व के अभाव में केवल शहरों का ही विकास हो पाया है। जबकि राज्य में पहाड़ों की स्थिति हर क्षेत्र में आज भी दयनीय है।
आंदोलनकारी कैलाश पाठक ने कहा कि आज स्वास्थ,शिक्षा एवं रोजगार की वजह से हमारे गांव के गांव खाली हो गये है, जिनके बारे में सभी को एक मत से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा की पहले पहाड़ के लोगों के सीधे-साधे पन की वजह से लोग आर्थिक रूप से शोषण भी करते थे। राज्य आंदोलन के दौरान दिल्ली रैली में एक सुर से सभी ने बोल पहाड़ी हल्ला बोल के नारे के साथ दिल्ली में पहाड़ियों की अलग पहचान बनवाई, तब से पहाड़ के लोगों के बारे मै सोच बदली।
राज्य आंदोलनकारी मोहन पाठक ने कहा की जिस सपने को लेकर उत्तराखंड का निर्माण हुआ था वह पूरा करना हमारा लक्ष्य है, जिसको लेकर वह सदा प्रयत्नशील है। वह संकल्परत रहकर इस कार्य को कर रहे हैं। संस्था सचिव ज्ञानेद्र जोशी ने कहा की राज्य अपने मूल धारणा से हट गया है। हमें अपनी-अपनी संस्कृति,अपनी धरोहर,और अपने संस्कारों को बचाना है। जिससे हमारी भावी पीढ़ी इसे सहेज सके।
साथ ही संस्था द्वारा बच्चों के बीच में चित्रकला की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। जिसमें निर्णायक मण्डल में कोर्डिनेटर दीक्षा पन्त पांडे एवं संस्था की सदस्य कौशल्या जोशी द्वारा निर्णय दिया गया। प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरुस्कार के रूप में प्रमाण पत्र एवं ट्रॉफी प्रदान की। साथ ही सभी प्रतिभागी बच्चों को भी प्रमाण पत्र एवं सभी को संस्था द्वारा पुरुस्कार दिया गया। इसके साथ प्राइमरी पाठशाला सुभाष नगर,प्राइमरी पाठशाला बमोरी मल्ली,जूनियर हाई स्कूल हरीपुर गांगु एवं मल्ली बमोरी जुनियर स्कूल के छात्र छात्राओ ने प्रतिभाग किया। संक्षिप्त रूप से संस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सारथी फाउंडेशन समिति द्वारा सभी आये हुए आंदोलकारियों को बैच लगाकर पटका पहनाकर फूल माला पहनाकर प्रतीक चिन्ह देकर मिष्ठान खिलाकर स्वागत अभिनन्दन कर आन्दोलनकारियो के साथ विचार गोष्ठी आयोजित की गई।
कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक मंजू सनवाल द्वारा किया गया। आज के कार्यक्रम में अध्यक्ष नवीन पंत,ज्ञानेद्र जोशी,कमल जोशी,आर पी पांडे, दीक्षा पंत पांडे,हेमा जोशी,गीता बेलवाल,भावना जोशी,पूजा पंत,शीला भट्ट,बीना जोशी,कौशल्या जोशी,बबिता टकवाल,भावना पांडे,तारा बिष्ट,चम्पा पुरोहित,फरहा तस्लीम, डाक्टर दीप्ती जोशी,जयप्रकाश शाह,हरीश जोशी,संतोष गौड़,अजय जोशी,अर्जुन मोर्या,आशीष पड़ियार,भवानी शंकर सूठा,मनोज बोरा,युगल मेलकनी आदि उपस्थित रहे।