देहरादून। उत्तर प्रदेश के बिजनौर और मुजफ्फरनगर जिलों से होकर उत्तराखंड आने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। दोनों जिलों के बॉर्डर पर स्वास्थ्य विभाग ने फिर से कोरोना की एंटीजन जांच शुरू कर दी है। प्राइवेट लैब के साथ हुआ अनुबंध खत्म होने के कारण पिछले करीब एक महीने से बॉर्डर पर जांच बंद पड़ी थी। लक्सर के बढ़ीवाला में उत्तराखंड का बॉर्डर यूपी के मुजफ्फरनगर जिले से और बालावाली में यूपी के ही बिजनौर जनपद से मिला हुआ है। कोविड प्रोटोकाल के मुताबिक बाहर से उत्तराखंड आने वाले लोगों के पास 72 घंटे पहले की कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट होनी जरुरी है। कोरोनाकाल में स्वास्थ्य विभाग ने दोनों जगह बॉर्डर पर कोरोना की जांच के लिए निजी लैब की टीमें तैनात कर रखी थी।
लेकिन बाद में निजी लैब और विभाग के बीच हुए अनुबंध की अवधि समाप्त हो गई थी। तकनीकी कारणों से नया कॉन्ट्रैक्ट न हो पाने के कारण करीब एक महीने से बॉर्डर पर जांच बंद पड़ी हुई थी। जांच न होने के कारण बॉर्डर पर तैनात पुलिस टीम बिना कोरोना रिपोर्ट के आने वाले लोगों को वापस लौटा रही थी। इससे कई लोगों का दो से तीन सौ किलोमीटर चलने के बाद वापस जाना पड़ रहा था। लंबे इंतजार के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बॉर्डर पर कोरोना जांच की सुविधा दोबारा से शुरू कर दी है।
लक्सर सीएचसी अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि बालावाली में आने वाले बाहरी लोगों की एंटीजन जांच कराई जा रही है। जांच की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही लोगों को उत्तराखंड में प्रवेश करने दिया जा रहा है। खानपुर सीएचसी अधीक्षक डॉ. विनित कुमार ने बताया कि बढ़ीवाला बॉर्डर पर भी एंटीजन जांच शुरू हो गई है। प्राइवेट लैब की टीम रोज 40 से 50 लोगों की जांच कर रही है।