हरिद्वार। हरिद्वार महाकुंभ के दौरान न्यायालय और कई संगठनों के निशाने पर आने के बाद उत्तराखंड सरकार कांवड मेले में खतरा मोल लेने के पक्ष में नहीं है। सरकार की ओर से कांवड़ मेला स्थगित करने के बाद हरिद्वार पुलिस ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। कांवड़िये हरिद्वार न आ सके इसके लिए सीमाएं तो सील रहेगी ही। साथ ही क्विक रिएक्शन फोर्स (क्यूआरटी) भी तैनात की जाएगी। पुलिस ने मोबाइल टीमें भी बनाई हैं। जो सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचेगी। किसी भी स्थिति में कावड़ियों को हरिद्वार नहीं आने दिया जाएगा। वहीं पुलिस ने कांवड़ बाजार पर भी रोक लगा दी है। इस साल कांवड़ बाजार नहीं लगने दिया जाएगा।
हरिद्वार में हर साल लगने वाले सावन मेले को पिछले साल की तरह इस साल भी कोरोना को देखते हुए स्थगित किया गया है। आदेश आने के बाद हरिद्वार पुलिस और प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। ताकि हरिद्वार कोई भी कांवड़िया न पहुंच सके। प्रशासन की ओर से सीमाओं पर गंगा जल से भरे टैंकर भी खड़े करवाए जा रहे हैं ताकि कांवड़ियों को गंगाजल उपलब्ध कराया जा सके। हरिद्वार पुलिस ने डीजीपी अशोक कुमार के दिशा निर्देश के बाद मेले में क्यूआरटी तैनात करने का निर्णय लिया है। यह टीम सीमाओं के अलावा पूरे मेला क्षेत्र में नजर रखेगी। इसके अलावा सादी वर्दी में भी पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे। सीमा से कावड़ियों को हरिद्वार नहीं आने दिया जाएगा। आने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज के साथ ही उन्हें क्वॉरेंटाइन भी किया जाएगा।